सार्वजनिक शौचालयों के पास हाईटेक फीडबैक सिस्टम लंगेंगे !

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शौचालय ख़राब है या अच्छा, लोग कर सकेंगे शिकायत 

करनाल में फीडबैक सिस्टम को पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू करने की तैयारी 

चंडीगढ़, 7 अगस्त :  सार्वजनिक शौचालयों के उपयोग के लिए गुणवक्त्ता और कार्यकुशलता बहुत महत्वपूर्ण है। इसी के दृष्टिगत टॉयलेट की कार्यक्षमता के बारे में नागरिकों से प्रतिक्रिया जानने के लिए नगर निगम करनाल, शहर के सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालयों पर फीडबैक सिस्टम प्रदान करवाने जा रहा है, जो इन्फोरमेशन एंड कम्यूनिटी टैक्नोलॉजी पर आधारित होगा। 

एक सरकारी प्रवक्ता ने इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए कहा कि यह सिस्टम शौचालय के बाहर लगेगा। शौचालय के प्रयोग के बाद इसकी कार्यकुशलता को लेकर नागरिक सिस्टम पर लगे बटन को दबाकर, तीन तरह से अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं। पहली ‘क्लीन’ यानि स्वच्छ, दूसरी ‘ओके’ यानि ठीक और तीसरी ‘डर्टी’ यानि अस्वच्छ रहेगी। नागरिकों द्वारा दी गई फीडबैक प्रतिदिन निगम के आई.टी. सैल में आएगी जिससे यह हिसाब लगाया जा सकेगा कि कौन-सा शौचालय ठीक से कार्य नहीं कर रहा है। इसके पश्चात ऐसे शौचालय में सुविधा को दुरूस्त करके उसे पुन: कार्यकुशल बनाया जा सकेगा ताकि सभी शौचालय नागरिकों के प्रयोग के लिए सुविधायुक्त बने रहें। 

  उन्होंने कहा कि आवासीय एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश के सभी शहरों को स्वच्छ बनाने के लिए कृतसंकल्प है। सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालयों को स्वच्छ बनाए रखने के लिए इसे आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 में भी लिया गया है और इसके प्रत्येक शहर को 16 नम्बर मिलेंगे। उन्होने बताया कि फीडबैक सिस्टम लगाने के लिए सरकार के उक्त मंत्रालय ने भारत संचार निगम लिमिटेड (बी.एस.एन.एल.) के साथ अनुबंध किया है, जो प्रारंभ में तीन साल के लिए रहेगा। सरकार बी.एस.एन.एल. को ऐसे प्रत्येक शौचालय पर सिस्टम लगाने के लिए हर मास 945 रूपये की राशि अदा करेगी। 

  उन्होंने बताया कि करनाल में फीडबैक सिस्टम को पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसके पहले चरण में शहर के 25 शौचालयों की लोकेशन्स फाईनल कर दी गई हंै। इन शौचालयों पर बी.एस.एन.एल. की ओर से चालू मास में ही सिस्टम लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 25 में से 14 सुलभ शौचालय और 11  कम्यूनिटी एवं पब्लिक टायॅलेट शमिल हैं। इसके पश्चात शहर के सभी टॉयलटों पर फीडबैक सिस्टम लगवाए जाएंगे। 

  शौचालयों की लोकेशन्स की जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि सुलभ शौचालयों में करनाल की पुरानी सब्जी मण्डी की लहसुन मण्डी, इसी मण्डी के अन्दर बना शौचालय, मुगल कैनाल के निकट माता वाली गामड़ी, दुप्पटा मार्किट, नेहरू पैलेस, राम नगर, बकरा मार्किट, पुरानी अनाज मण्डी के अन्दर, बस स्टैण्ड के अन्दर, जन स्वास्थ्य कार्यालय नजदीक पुरानी सब्जी मण्डी, ओल्ड तहसील मार्किट, सैक्टर-4 में पानी की टंकी के नजदीक, रविदासपुरा तथा इन्दिरा कॉलोनी (मोच्ची मोहल्ला) शामिल हंै। कम्यूनिटी व पब्लिक टॉयलेट में कैथल व काछवा फ्लाई ओवर के नीचे, अग्घी पार्क राम नगर, मद्रासी मोहल्ला, रेलवे स्टेशन, एस.बी.एस. स्कूल के निकट, नजदीक ज्वैल्स होटल, मॉडल टाउन की वाल्मिकी बस्ती व मार्किट, बस स्टैण्ड के नजदीक तथा कर्णताल पार्क पर बना टॉयलेट शमिल है। 

  उन्होंने शहर के नागरिकों से अपील की है कि वे इन टॉयलेटों के प्रयोग के समय इनके बाहर लगे सिस्टम पर अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें, ताकि सभी टॉयलटों की कार्यकुशलता परखी जा सके।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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