जहानाबाद : सदर प्रखंड के पिंजौर विद्यालय में सुविधाओं का घोर अभाव है। वर्ग 8 तक संचालित इस विद्यालय मे 362 छात्र नामाकित हैं। किन्तु कमरों की संख्या मात्र 4 ही है। दो कमरे की ढ़लाई भी नहीं हो पा रही है। वही दूसरे का भी प्लास्टर और फर्श का निर्माण कार्य कई वर्षो से ठप पड़ा है। नतीजतन छात्र बरामदे में या फिर धूल भरी जमीन पर बैठने को विवश हैं। हालांकि स्कूल में एक छह एसीआर के भवन में काम लगा हुआ है। जिसे पुरा होने के बाद कमरों की समस्या दूर होने की संभावना है। ग्रामीण शैलेश कुमार बताते हैं कि एक तरफ सरकार द्वारा शिक्षा के अधिकार कानून को लागू कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की बात कही गई है । दूसरी तरफ स्कूल में छात्रों को बैठने की भी समुचित व्यवस्था नही है।
नवनियुक्त प्रधानाध्यापक सुशील कुमार ने बताया कि कमरों की कमी के कारण दो वर्ग का संचालन एक कमरे में करना पड़ता है। जिससे बच्चों की शिक्षा के साथ स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। छात्रों की संख्या अधिक होने के बाद बरसात और गर्मी मे तो कमरे में शिक्षा देना मुश्किल हो जाता है। छात्रों को बीमार होने की आशका बनी रहती है। उन्होंने बताया कि उपलब्ध संसाधन में स्कूल की शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। अधूरे पड़े भवन को पूरा कराने एवं जर्जर पडे खाना बनाने वाले रूम के शेड की मरम्मत के लिए विभाग के अधिकारी का कई बार ध्यान आकृष्ट कराया गया है। इधर जिला शिक्षा पदाधिकारी सचिदानन्द प्रसाद ने अधूरे भवन को पूरा कराने के लिए आवश्यक कार्रवाई की बात कही है।