नई दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को एक-दूसरे की दिल खोल कर प्रशंसा की. मौक़ा था राष्ट्रपति भवन में एक पुस्तक के विमोचन का. इस अवसर पर राष्ट्रपति श्री मुखर्जी ने कहा कि ‘अलग विचार रखते हुए भी हमने बहुत नजदीक व सहयोगात्मक वातावरण में काम किया है.’
मिडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में बड़ी साफगोई से स्वीकार किया कि हमने अपने अलग-अलग विचार खुद तक सीमित रखे. उन विचारों ने किसी भी तरह राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के बीच संबंधों को प्रभावित नहीं किया.
रिपोर्ट के अनुसार पीएम श्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति श्री मुखर्जी के साथ काम करना उनका सौभाग्य है. पीएम ने कहा कि मैं यह कभी नहीं भूलूंगा कि जब मैं दिल्ली आया तो मुझे मार्गदर्शन के लिए प्रणब दा जैसा कोई मिला.
पीएम मोदी ने यह भी कहा की पिता की तरह प्रणब दा ने मुझे रास्ता दिखाया. वह मुझसे कहते थे, मोदी जी पर्याप्त आराम करिए. अपने स्वास्थ्य की देखभाल करें.
खबर के अनुसार कि पीएम राष्ट्रपति भवन में ‘प्रेसिडेंट ए स्टेट्समैन’ के विमोचन पर अपने विचार रख रहे थे.
पीएम ने कहा कि प्रेजिडेंसी एक प्रोटोकॉल से कहीं ज्यादा है. उन्होंने कहा कि इस पुस्तक की तस्वीरों के जरिए हम राष्ट्रपति की इंसानियत की झलक पाते हैं, हमें अपने राष्ट्रपति पर गर्व है.