हरियाणा में आयुर्वेदिक चिकित्सकों के वेतनमान में वृद्धि करेंगे : अनिल विज

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चंडीगढ़, 11 मई :  हरियाणा के स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य के आयुर्वेदिक चिकित्सकों के वेतनमान को अन्य प्रदेशों के आयुर्वेदिक चिकित्सकों के समकक्ष लाने पर विचार किया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम होने की उम्मीद है।
 
श्री विज आज पंचकूला के आयुष निदेशालय में नवनिर्मित पिरामिड आकार के सभागार एवं प्रशिक्षण हाल के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। इस वातानुकूलित हाल के निर्माण कर करीब 2.2 करोड़ रुपये का खर्च हुआ है। उन्होंने कहा कि हाल की छत का निर्माण 52 डिग्री के कोण पर किया गया है, जिसमें योग एवं ध्यान करने वाले साधकों में नूतन ऊर्जा का संचार होगा। 
स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को पिरामिड हाल में उचित स्टॉफ की पूर्ति करने के निर्देश दिये है ताकि इससे अधिक से अधिक लोग लाभ उठा सके। उन्होंने कहा कि इस आकार के कक्ष में साधना करने वाले साधकों पर सूर्य से आने वाली पराबैंगनी किरणों का दुष्प्रभाव न्यूनतम होता है और शरीर में ऊर्जा का संचार अधिकतम होता है। हमारे देश में ऐसे कक्षों और मंदिरों का चलन आदिकाल से रहा है। इनमें वस्तुएं लम्बे समय तक सुरक्षित रह सकती हैं तथा इनमें प्रकृति के सभी तत्वों का सन्तुलन बना रहता है। 
आयुष मंत्री ने कहा कि राज्य के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में आयुष विंग स्थापित की जा रही है। इसके साथ ही हर जिले में पंचकर्मा सैंटर खोले जा रहे है। आयुर्वेद एक प्राचीन जीवन शैली है, जिससे अधिक-अधिक लाभ के लिए इसे मनुष्य दिनचर्या के साथ जोड़ा गया है। इनमें तुलसी, हल्दी, दालचीनी जैसी औषधीयों को हमारा जनमानस सदियों से प्रयोग करता आ रहा परन्तु आज विदेशों में इनको पेटैंट करवाने की होड लगी हुई है।
 
 
आयुर्वेद में वैद्यक चिकित्सा का जितना प्रभाव है, उतना ही शल्य चिकित्सा का भी रहा है। उन्होंने कहा कि आधुनिक एलोपैथी चिकित्सा पद्घति में भी जो गर्दन प्रत्यार्पण आज तक सम्भव नही हो सका है वह युगों पहले हमारे प्राचीन ऋषियों ने सिद्घ करके दिखा दिया था।  पंचकूला के विधायक श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने स्वास्थ्य मंत्री की प्रशंसा और आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से पंचकूला में देश के पहले आयुर्वेदिक एम्स की स्थापना की जा रही है। इस पर करीब 500 करोड़ रुपये का खर्च होगा। इस संस्थान में देश व दुनिया के अनुसंधानकर्ता पहुंचेगे।
 
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव  अमित झा, आयुष महानिदेशक डॉ. साकेत कुमार ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सतीश अग्रवाल, अनेक जिलों के आयुर्वेदिक चिकित्सकों सहित बड़ी संख्या में अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

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