चीन की प्रेस्टीज ओसियन होल्डिंग्स कम्पनी बावल में करेगी सोलर पैनल का उत्पादन
लगभग 50 एकड़ के क्षेत्रफल में स्थापित होगी ईकाई
उत्पादन का काम अगले डेढ़ साल में शुरू होगा
3000 हजार स्किल्ड लोगों को मिलेंगे रोजगार
गुरुग्राम : हरियाणा सरकार ने चीन की प्रेस्टीज ओसियन होल्डिंग्स कम्पनी के साथ 400 करोड़ के महत्वाकांक्षी निवेश प्रस्ताव सम्बन्धी एम् ओ यू पर बुधवार को हस्ताक्षर किया. इस निवेश प्रस्ताव के तहत हांगकांग की यह कम्पनी बावल क्षेत्र में लगभग 50 एकड़ के क्षेत्रफल में सोलर पैनल के उत्पादन की ईकाई स्थापित करेगी. उत्पादन का काम अगले डेढ़ साल में शुरू हो जायेगा. इस प्रस्ताव को हरियाणा सरकार की नई औद्योगिक नीति का प्रतिफल माना जा रहा है जिससे अन्य औद्योगिक इकाइयों के भी यहाँ निवेश करने की संभावना बढ़ गयी है.
हरियाणा सरकार की नई औद्योगिक नीति का असर दिखने लगा है और आज एक चीन की बड़े अयोद्योगिक घराने ने हरियाणा के बावल औद्योगिक क्षेत्र में सोलर पैनल के उत्पादन के लिए एक बृहद ईकाई स्थापित करने का निर्णय लिया. इस आशय के प्रस्ताव पर कंपनी के प्रतिनिधि डेनी चेंग और हरियाणा सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव देवेन्द्र सिंह के बीच औपचारिक हताक्षर कर एम् ओ यू को अंतिम रूप दिया गया. इस निवेश प्रस्ताव के अनुसार प्रथम चरण में यह कम्पनी हरियाणा में 400 करोड़ का निवेश करेगी जबकि आने वाले समय में उनके साथ अन्य एन्सिलयरी इकाइयों के भी यहाँ आकर्षित होने की प्रबल संभावना है. इस अवसर पर मौजूद औद्योगिक निवेश विशेषग्य पवन चौधरी के अनुसार इस इकाई की स्थापना से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 3000 हजार स्किल्ड लोगों को रोजगार मिलेंगे जबकि प्रदेश के लिए आर्थिक उत्थान में सहायक साबित होगा. साथ ही इन कंपनियों के भारत में उत्पादन शुरू करने से सोलर सिस्टम की कीमत बेहद सस्ती होगी और यह आम आदमी की पहुँच में होगा.
डीआई सी के जॉइंट डायरेक्टर एस एन सिंह के अनुसार एक साल के अन्दर ही यह निवेश धरातल पर आ जाएगा जबकि अगले डेढ़ साल में इसमें उत्पादन शुरू हो जाएगा.
प्रेस्टीज ओसियन होल्डिंग्स कम्पनी ने इस प्रोजेक्ट के लिए जे एस यादव को अपना प्रोजेक्ट डायरेक्टर भी नियुक्त कर दिया है. उनके अनुसार इसके लिए कम्पनी ने बावल में जमीन का मुआयना किया है और अब हरियाणा सरकार इस दिशा में कदम उठाएगी.
चर्चा है कि उक्त कम्पनी भारत में दो ऐसे प्रोजेक्ट पर काम करने की इच्छुक है जिसमें एक नार्थ इंडिया में जो हरियाणा में लगाने का निर्णय लिया है जबकि दूसरा प्रोजेक्ट साउथ इंडिया में लगाने का विचार कर रही.
समझा जाता है कि भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अधिकतम फोकस देश में सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने पर है. इसलिए इस क्षेत्र में कार्यरत दुनिया की कंपनियों को भारत में एक बड़ा बाजार मिलने की संभावना दिख रही है. यही कारण है कि चीन सहित कई अन्य देशों की औद्योगिक इकाइयों ने भारत का रुख करना शुरू कर दिया है और इसका सर्वाधिक फायदा हरियाणा राज्य को मिलने की संभावना है.
इस अवसर पर डीआईसी गुरुग्राम के असिस्टेंट डायरेक्टर आई एस यादव एवं उद्यमी कार्तिक दास सहित कई प्रमुख व्यक्ति भी मौजूद थे.