हीरो होंडा चौक पर जलभराव की आशंका से सरकार चौकन्ना , सीएस ने की समीक्षा

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गुरुग्राम। इस वर्ष मानसून में गुरुग्राम के हीरो होंडा चौक पर जलभराव ना हो, इसकी तैयारियों की समीक्षा आज हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव  डी एस ढेसी ने वीडियों कांफे्रंसिंग के माध्यम से की। 
 
श्री ढेसी ने वीडियों कांफे्रंसिंग में स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि गुरुग्राम जिला प्रशासन, नगर निगम तथा हुडा विभाग यह सुनिश्चित करें कि इस बार मानसून के मौसम में हीरो होंडा चौक पर जलभराव ना हो। उन्होंने गुरुग्राम के मण्डलायुक्त डा. डी सुरेश को निर्देश दिए कि वे हर 10 दिन में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करके जलभराव की स्थिति से निपटने संबंधी तैयारियों की समीक्षा करें और यदि कहीं दिक्कत आ रही हो तो उसके बारे में तुरंत राज्य सरकार को सूचित करें। 
 
इस वीडियों कांफें्रसिंग में मण्डलायुक्त डा. डी सुरेश ने बताया कि हीरो होंडा चौक पर जलभराव की समस्या का समाधान करने के लिए 174.48 करोड़ रूपए की डिटेल्ड प्रोजैक्ट रिपोर्ट तैयार करके राज्य सरकार को भेजी गई है। इसमें से 14 करोड़ 83 लाख रूपए की प्रथम चरण की परियोजना को सरकार द्वारा मंजूर किया गया है जिसमें तीन प्रकार के कार्य, जो तत्काल शुरू किए जाने जरूरी हैं, को स्वीकृति दी गई है। इन कार्यो में 6.48 करोड़ रूपए से बादशाहपुर ड्रेन के एसटीपी बहरामपुर से एनएच-8 तक के लगभग तीन किलोमीटर लंबे हिस्से की खुदाई तथा तटबंधो को मजबूत किया जाएगा। इसी प्रकार, लगभग 2 करोड़ रूपए की लागत से बादशाहपुर ड्रेन के ऊपरी (अपस्ट्रीम) तथा राष्ट्रीय राजमार्ग से गांव खांडसा की तरफ निचले (डाउनस्ट्रीम) हिस्से में एक-एक आरसीसी सम्पवैल अर्थात् गंदा पानी इक्क_ा करने के कुंए बनाए जाएंगे और लगभग 6.35 करोड़ रूपए की लागत से उस पानी की पम्पिंग करने के अस्थाई प्रबंध किए जाएंगे व जलद्वार बनाए जाएंगे। यह प्रथम चरण का कार्य इसी वर्ष मानसून से पहले पूरा किया जाएगा। यह भी बताया गया कि बादशाहपुर ड्रेन का पानी एनएच-8 के नीचे से निकालने की क्षमता  बढाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा खांडसा गांव के पास पुराने कल्वर्ट के निकट ही एक नया कल्वर्ट बनाया जा रहा है। इन प्रबंधो से बादशाहपुर ड्रेन की क्षमता मौजूदा 500 क्यूसिक से बढकर 1500 क्यूसिक इस मानसून से पहले  हो जाएगी। 
 
बैठक में हुडा प्रशासक यशपाल यादव ने बताया कि बादशाहपुर ड्रेन के निचले हिस्से की चौड़ाई 10 मीटर करने का प्रस्ताव है, जिसके लगभग 600 मीटर दूरी में कुछ मकान आते हैं, उन मकान मालिको से हुडा विभाग द्वारा बातचीत करके उन्हें सैक्टर-37 में वैकल्पिक प्लाट उपलब्ध करवाने की पेशकश की गई है, जिस पर उन्होंने अपनी रजामंदी जताई है। इस प्रस्ताव को हुडा के मुख्य प्रशासक द्वारा सैद्धांतिक स्वीकृति भी दी जा चुकी है और अब इसे अंतिम स्वीकृति के लिए पुन: भेजा गया है। उन्होंने बताया कि बादशाहपुर ड्रेन की चौड़ाई बढाने के लिए हुडा विभाग जमीन का अधीग्रहण नहीं कर रहा बल्कि जिनके प्लाट रास्ते मे आते हैं उन्हें उसके बदले में हुडा के सैक्टर में विकसित वैकल्पिक प्लाट दिए जा रहे हैं। श्री यादव ने यह भी बताया कि हुडा विभाग प्रभावित लोगों को प्लाट देने के लिए पूरी तरह से तैयार है और सरकार से अंतिम स्वीकृति प्राप्त होते ही उन्हें प्लाट हस्तांतरित कर दिए जाएंगे। 
 
श्री यादव ने मुख्य सचिव को  बताया कि सदर्न पैरीफेरियल रोड़ (एसपीआर) का निर्माण भी लगभग पूरा हो चुका है और इसके जल्द शुरू होने के आसार हैं। उन्होंने कहा कि एसपीआर के पूरा होने से हीरो होंडा चौक पर वाहनों का दबाव कम होगा। 
 
नगर निगम आयुक्त श्री वी उमाशंकर ने बताया कि हीरो होंडा चौक पर निर्माणाधीन फलाईओवर का एक तरफ का हिस्सा (दिल्ली से जयपुर) भी लगभग तैयार है, जिसके अगले 2-3 सप्ताह में खुलने की उमीद है। हुडा प्रशासक यशपाल यादव ने बताया कि हीरो होंडा चौक फलाईओवर के दूसरे हिस्से के कुछ भाग में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय का स्टे है और इस मामले की न्यायालय में गंभीरता से पैरवी की जा रही है। पिछली सुनवाई में वे स्वयं न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत हुए थे और उन्हें उमीद है कि इसका समाधान भी जल्द हो जाएगा। 
 
श्री उमाशंकर ने मुख्य सचिव को बताया कि बादशाहपुर ड्रेन के ऊपरी हिस्से में बारिश का पानी कम आए, इसके लिए नगर निगम द्वारा ड्रेन के साथ लगने वाले गांवों में माईक्रो एसटीपी लगाने की योजना बनाई गई है। उन्होंने बताया कि निगम द्वारा लगभग 20 करोड़ रूपए की लागत से 8 माईक्रो एसटीपी बनाने के लिए टैंडर भी कर दिए गए हैं। ये एसटीपी 18 महीनों मे तैयार होंगे। 
 
मुख्य सचिव ने हीरो होंडा चौक पर जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने इस बैठक में यह भी कहा कि वन विभाग बादशाहपुर ड्रेन के ऊपरी हिस्से में अपने वर्तमान चैकडैमों को ठीक करे और नए चैकडैम भी बनाए ताकि ड्रेन में पानी का बहाव कम हो। साथ ही उन्होंने मानसून से पहले लैग-1, लैग-2 तथा लैग-3, जिनका पानी बादशाहपुर ड्रेन में आता है, और सभी कल्वर्टों की सफाई करवाने के भी निर्देश दिए। 
 
बैठक में मुख्य सचिव ने गुरुग्राम में एनएच-8 के तीन मुख्य चौराहों के सुधारीकरण कार्य की प्रगति की भी समीक्षा की। 
इस अवसर पर गरुग्राम के मण्डलायुक्त डा. डी सुरेश, नगरनिगम आयुक्त वी उमाशंकर, उपायुक्त हरदीप सिंह, हुडा प्रशासक यशपाल यादव, हुडा केे अधीक्षण अभियंता आर एस बिश्रोई, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता नवीन वर्मा, हुडा की कार्यकारी अभियंता मेजर श्वेता व एसडीओ अमित राठी भी उपस्थित थे। 

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