मेवात को शौचमुक्त बनाने के लिये नूंह जिले की 8 हजार मस्जिदों के इमाम होंगे एकजुट

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 मेवात को ओडीएफ बनाने के लिये प्रशासन ने इमामों से मांगी मदद
 सफाई को इस्लाम धर्म में आधा ईमान कहा गया है
 जिला प्रशासन को दो दर्जन इमामों ने दिया भरोसा
 मेवात को ओडीएफ बनाने के लिये प्रशासनिक अधिकारी व उलेमाओं ने हाथ मिलाया 

 यूनुस अलवी

 मेवात :   तेरह लाख कि आबादी वाले जिला नूंह को ओडीएफ (खुले में शौचमुक्त) बनाने के लिये जिला प्रशासन मेवात ने जिले कि आठ हजार मस्जिदों के इमामों से आगे आने का आहवन किया है वहीं जमियते उलेमा हिंद द्वारा बिना शौचालयों के दुल्हा-दुल्हन का निकाह ने पढाने के पैंसले का भी स्वागत किया है। इमामों की तर्ज पर हिंदु समाज के धर्म गुरूओं को भी आगे आने का डीसी ने आहवान किया है। जमिये उलेमा हिंद कि पहले पर मेवात कि आठ हजार मस्जिदों के इमाम शौचलयों के साथ-साथ सफाई अभियान, नशामुक्त अभियान के खिलाफ मेवात में मुमि चलाऐगें।
>      ‘‘समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता’’(सीएलटीएस) संस्था कि ओर से मेला मुक्त मेवात बनाने सोमवार से पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला कि शुरूआत कि गई। इस मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारी और उलेमाओं को आमंत्रित किया गया था।
>      जमियते उलेमा हिंद की नोर्थ जोन(हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंदीगढ) के सदर मोलाना याहया करीमी ने कहा कि उनकी तंजीम पहले से जिन दुल्हा-दुल्हनों के घर में शौचालय नहीं हैं उनका निकाह ना बढाने का फैंसला ले चुकी है। खुले में शौच मुक्त बनाने के लिये उनकी तंजीम पहले हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंदीगढ में मुहिम चलाऐगी उसके बाद इस मुहिम को पूरे देश में शुरू किया जाऐगा। उनका कहना है कि इस मुहिम में मेवात कि आठ हजार मंजिदों के इमाम केवल निकाह ने पढाने तक ही सीमित नहीं रहेगें बल्कि मस्जिद के नजदीक लगने वालें घरों में शौचालय बनाने, सफाई अभियान, नशा मुक्त अभियान और डीजे-नाच गाना बजाने के खिलाफ अभियान चलाऐगें। उनका कहना है कि जिस तरीके से मेवात के इमाम और उलेमा इस मुहिम का सहयोग कर रहे हैं उससे लगता है कि मेवात जल्द ही इन बुराईयों से दूर होगा। उन्होने कहा कि उलेमा प्रशासन का पूरा सहयोग करेगें।
>  वहीं मोलाना शेर मोहम्मद अमीनी का कहना है कि इसलाम धर्म के पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब ने साडे चौधह सौ साल पहले सफाई का हुक्म दिया है। जिनमें से घरों में शौचालय बनाने और सफाई का आदेश दिया था। उनका कहना है कि इसलाम धर्म में सफाई को आधा इमान कहा गया है। उन्होने कहा कि सरकार कि आर्थिक मदद के बगैर ही लोग अपन घरों में शौचालय बनाऐं। घरों में शौचालय बनाने से जहां महिलाओं कि सुरक्षा बढती है वहीं बिमारियो से भी निजात मिलती है।
>    मेवात उपायुक्त मणि राम शर्मा ने उलेमा और मस्दिों के इमामों की पहले का स्वागत करते हुऐ कहा कि इसलाम धर्म के उलेमाओं कि तरफ हिंदु समाज के धर्म गुरूओं को भी आगे आना चाहिये जिस तरीके से इमामों ने बिना शौचालय वाले दुल्हा-दुल्हनों का निकाह ने पढाने का फैंसला लिया है ऐसे ही हिंदु धर्म के पंडितों को भी बिना शौचालय वालों के फैरे ना कराने का फैंसला लेना चाहिये 
> ‘‘समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता’’(सीएलटीएस) संस्था के फाउंडर गोल्ड मेडलिस्ट डाक्टर कलमकार ने कहा कि उनको पाकिस्तान के दौरे पर कुरान का हदिया दिया गया जिसमें बताया गया कि इसलाम धर्म में सफाई के बार में साडे चौधह सौ साल पहले ही हुक्म दे दिया गया था। मेवात के उलेमाओं के जुडने से इस मुहिम का पंख लग जाऐगें।

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