नई दिल्ली। इसरो ने आज दो स्पेसक्राफ्ट के बीच डॉकिंग का सफल परीक्षण कर भारत को इंडीजीनस टेक्नोलॉजी के मामले में चौथे ड्रेस की श्रेणी में खड़ा कर दिया इस ऐतिहासिक वैज्ञानिक उपलब्धि से दुनिया के चार चुनिंदा देशों में शामिल हो गया। लंबे समय से प्रशिक्षित इस परीक्षण में इसरो ने दो सैटेलाइट को जोड़ने में सफलता हासिल कर दुनिया को चौंका दिया है जबकि स्पेस टेक्नोलॉजी की दुनिया में अपना दबदबा कायम किया। अगले चरण में इसरो दो सेटेलाइट्स को अनडॉकिंग करने और पावर ट्रांसफर करने का परीक्षण करेगा। यह जानकारी इसरो ने एक प्लेटफार्म पर साझा की है। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बड़े नेताओं ने इसरो के वैज्ञानिकों को इस महत्वपूर्ण सफलता के लिए बधाई दी है।
इसरो के नए अध्यक्ष और विज्ञान एवं तकनीकी विभाग के सचिव डॉ सी नारायणन ने इसरो की वैज्ञानिकों को बधाई दी और आने वाली परियोजनाओं के सफल परीक्षण की उम्मीद जताई।
उल्लेखनीय है कि इसरो ने सैटेलाइट वन और सैटेलाइट 2 की डॉकिंग की परीक्षण के लिए पूरी तरह से भारतीय स्वदेशी तकनीक का प्रयोग किया जो सफल रहा।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे अंतरिक्ष में भारत का नया कीर्तिमान बताया है। उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि “#Spadex मिशन की सफलतापूर्वक डॉकिंग ऐतिहासिक उपलब्धि है। ऐसा करने वाला भारत चौथा देश बन गया है। इस हेतु @isro के वैज्ञानिकों तथा सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई।”
“आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की विजनरी लीडरशीप में भारत अंतरिक्ष में महाशक्ति बनकर उभरा है और सफलता के नित नए आयाम छू रहा है।”