बाल संरक्षण अधिकार आयोग के सदस्यों ने स्कूल बसों की चेकिंग की 

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-70 से अधिक बसों में उपकरणों की जांच की
-अभिभावकों से अपील की कि स्कूटी से छोटे बच्चों को स्कूल ना भेंजे

गुरूग्राम, 22 अक्तूबर। हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों ने आज गुरुग्राम शहर में स्कूलों की बसों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि स्कूल बसों में सुरक्षा उपकरणों का होना अत्यंत आवश्यक है।

हरियाणा राज्य बाल अधिकार सरंक्षण आयोग के सदस्य गणेश कुमार व सुमन राणा ने जिलास्तरीय टीम का गठन कर स्कूल बसों का निरीक्षण किया। चेकिंग के दौरान स्कूल बस में प्राथमिक उपचार किट, अग्निशमन यंत्र, स्कूल प्रशासन के नंबर, पुलिस, चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर, सीसीटीवी कैमरा, लेडी बस सहायक व परिचालक, रुट चार्ट, बसों में सीटिंग से ज्यादा बच्चों का न होना, स्पीड नियंत्रक का होना, जीपीएस सिस्टम, सीट बेल्ट इत्यादि की जांच की गई। गुरुग्राम के जीडी गोयनका, बीडी ब्लू बैल्स स्कूल, एसएन सिद्घेश्वर स्कूल, यूरो इंटरनेशनल, लायंस पब्लिक स्कूल, अंजता पब्लिक स्कूल आदि में बसों का निरीक्षण किया गया।

इस दौरान कुछ स्कूलों की बसों में खामियां मिली। जिनको दूर करने के लिए स्कूल प्रशासन को निर्देश दिए गए। इस मौके पर आरटीए गुरुग्राम द्वारा कुछ स्कूल बसों के चालान भी किए गए। साथ ही आयोग की टीम द्वारा बस ड्राईवरों, कंडक्टरों व महिला बस सहायकों को सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के नियमों के बारे में बताया गया। कुछ स्कूलों में बच्चे प्राइवेट वाहनों से भी आते हैं, जो कि बहुत ही जोखिम भरा होता है।

आयोग के सदस्य गणेश कुमार व सुमन राणा ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को असुरिक्षत वाहनों व छोटे बच्चों को स्कूटी से स्कूल न भेजे। आज 70 से भी ज्यादा स्कूल बसों का निरीक्षण किया गया। जांच टीम में कमल यादव, जुवेनाईल जस्टिस बोर्ड के सदस्य रणजीत, उप-जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. अंशुल सिंगला, खंड शिक्षा अधिकार सुदेश कुमार, प्राचार्य सुमन शर्मा, राजकुमार, आरटीए ऑफिस से सुनील कुमार, संदीप व हरिकृष्ण, हेमंत गोयल व समिता बिश्नोई शामिल थे।

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