नई दिल्ली। केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले केंद्रीय होटल प्रबंधन संस्थानों (सीआईएचएम) ने 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर 8 प्रमुख राष्ट्रीय और वैश्विक आतिथ्य समूहों – इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल), आईएचजी होटल्स एंड रिसॉर्ट्स, मैरियट इंटरनेशनल, ललित सूरी हॉस्पिटैलिटी ग्रुप, आईटीसी ग्रुप ऑफ होटल्स, एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स, रेडिसन ग्रुप ऑफ होटल्स और लेमन ट्री होटल्स के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए ।
इन समझौता ज्ञापनों पर प्रमुख आतिथ्य श्रृंखला के राष्ट्रीय प्रमुखों और भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए और उनका आदान-प्रदान किया गया।
पर्यटन और आतिथ्य में भारतीय आतिथ्य और कौशल को दुनिया के सामने लाने के उद्देश्य से, पर्यटन मंत्रालय ने देश भर के आतिथ्य समूहों से होटल प्रबंधन संस्थानों के लिए ‘उद्योग भागीदार‘ बनने के लिए रुचि की अभिव्यक्ति आमंत्रित की ताकि छात्रों को संबद्ध करने और उनका मार्गदर्शन करने के साथ-साथ संकाय विकास और अवसर तथा संस्थागत विकास की सुविधा मिल सके। पहले चरण में, 8 आतिथ्य समूहों को विशिष्ट केंद्रीय होटल प्रबंधन संस्थानों के लिए ‘उद्योग भागीदार‘ घोषित करने के लिए चुना गया।
समझौता ज्ञापन के तहत, ‘उद्योग भागीदार’ और ‘संस्थान’ के बीच सहयोग और सुझावात्मक गतिविधियों के संभावित क्षेत्र प्रदान किए गए हैं और इनमें से दोनों पक्षों को सहयोग के क्षेत्रों का चुनाव करने की आवश्यकता है। साथ ही साथ उचित समझे जाने पर सहयोग और गतिविधियों के नए क्षेत्रों को भी जोड़ा जा सकता है। इसका एक स्नैपशॉट नीचे साझा किया गया है:
सहयोग का क्षेत्र
सुझावात्मक गतिविधियाँ
छात्र सहभागिता
- छात्रों को उद्योग जगत के सलाहकारों के साथ जोड़ना और परामर्श सत्र आयोजित करना
- विशेषज्ञों द्वारा उद्योग-विशिष्ट कौशल पर आवधिक कक्षा सत्र
- मास्टरक्लास और बूटकैम्प
- प्रत्यक्ष रूप से साइट पर जाकर सीखना
- करियर मार्गदर्शन और परामर्श प्रदान करना
- छात्रों के लिए इंटर्नशिप और प्लेसमेंट के अवसर उपलब्ध कराना
- उद्योग की जरूरतों और आवश्यकताओं के अनुसार ‘संस्थान’ में कौशल और शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ावा देने के लिए अन्य गतिविधियाँ
संकाय विकास
- संकाय सदस्यों के लिए प्रशिक्षण एवं उद्योगों तक पहुंच के लिए सत्र
- संकाय के लिए लघु-अवधि पुनश्चर्या पाठ्यक्रम
- आतिथ्य और होमस्टे उद्योग में सर्वोत्तम व्यवस्थाओं को रेखांकित करने वाले मैनुअल, दिशा-निर्देश और केस स्टडी तक पहुंच को सुविधाजनक बनाना
- संकाय सदस्यों के साथ अनुसंधान सहयोग
- उद्योग के रुझान और आवश्यकताओं के अनुसार समय-समय पर संकाय के विकास को सुनिश्चित करने के लिए अन्य गतिविधि
अल्पकालिक पर्यटन एवं आतिथ्य कौशल एवं शिक्षा
- होमस्टे, एमएसएमई, स्थानीय होटल और रेस्तरां, स्वयं सहायता समूह, अन्य पर्यटन और आतिथ्य संस्थानों के संकाय आदि के लिए समय-समय पर पर्यटन और आतिथ्य पर अल्पकालिक पाठ्यक्रमों का संचालन करना।
- संस्थागत एवं ढांचागत विकास
- उद्योग मानकों के अनुसार बुनियादी ढांचे में सुधार और सुविधाओं को उन्नत करने के लिए संसाधनों और अवसरों की पहचान करने में सहायता करना
- संस्थानों में नवाचार और उद्यमशीलता पहलों का समर्थन करना
- प्रवेश स्तर पर छात्रों के लिए संतोषजनक कार्य वातावरण और पारिश्रमिक प्रदान करने के मुद्दों को प्रभावी ढंग से हल करने के लिए चिंताओं को उठाना
- संस्थान को भारत में पर्यटन एवं आतिथ्य कौशल विकास हेतु वैश्विक उत्कृष्टता केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए सिफारिशें एवं सुधार विकसित करना जिससे विश्व में इसकी पहचान बनाई जा सके।