नई दिल्ली : लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हो रही चर्चा में भाग लेते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधान मंत्री और केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार किया. उन्होंने एक तरफ भाजपा और आर एस एस को हिंसा और नफरत फैलाने वाला संगठन बताया तो दूसरी तरफ बेरोजगारी और महंगाई के लिए तीव्र आलोचना की. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान डर का देश नहीं है। हमारे सभी महापुरुषों ने अहिंसा की बात की, डर मिटाने की बात की। नरेंद्र मोदी, भाजपा और RSS पूरा हिंदू समाज नहीं हैं- जो हिंसा और नफ़रत फैलाता है, वो हिंदू हो ही नहीं सकता।
प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि नरेंद्र मोदी 10 वर्षों से ‘भय का राज’ चला रहे हैं! सभी एजेंसियों, संस्थाओं और मीडिया पर कब्ज़ा कर समाज के हर वर्ग में भाजपा ने सिर्फ डर फैलाने का काम किया है। किसानों को काले कानूनों का डर, – स्टूडेंट्स को पेपर लीक का डर ,- युवाओं को बेरोज़गारी का डर ,- छोटे व्यापारियों को गलत GST, नोटबंदी और छापों का डर – देशभक्तों को अग्निवीर जैसी योजनाओं का डर ,- मणिपुर के लोगों को सिविल वॉर का डर , इसीलिये देश की जनता ने ‘डर के पैकेज’ के खिलाफ जनादेश देकर भाजपा से बहुमत छीन लिया है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि डरना-डराना, भय फैलाना भारत की आत्मा के खिलाफ है। हमारे सभी धर्म भी यही सिखाते हैं – डरो मत, डराओ मत।
राहुल गाँधी ने कहा कि विपक्ष के नेता के रूप में मेरी ज़िम्मेदारी है कि मैं अपनी निजी आकांक्षाओं और विचारों से पहले INDIA की संयुक्त आवाज़ को सदन के समक्ष रखूं। और सरकार से हमारी यही अपेक्षा है कि वह विपक्ष को दुश्मन नहीं, सहयोगी मान कर देश हित में सबको साथ लेकर काम करे।
विपक्ष के नेता ने कहा कि हिंदू हिंसा नहीं फैला सकता। हिंदू नफरत नहीं फैला सकता। BJP के लोग हिंसा और नफरत फैलाते हैं। मोदी सरकार ने नोटबंदी, GST लाकर छोटे उद्योगों को बर्बाद किया और रोजगार को खत्म कर दिया। युवाओं को आर्मी और पब्लिक सेक्टर में नौकरी मिलती थी, लेकिन आपने वो रास्ता भी बंद कर दिया। अब आपने NEET को भी प्रोफेशनल से कमर्शियल कर दिया है। नेता विपक्ष ने कहा कि आज एक होनहार लेकिन गरीब छात्र मेडिकल कॉलेज में नहीं जा सकता। ये पूरा परीक्षा का पैटर्न अमीर बच्चों के लिए बनाया गया है। हालात ये हैं कि 7 साल में 70 बार पेपर लीक हो चुके हैं। इसलिए हम इस मुद्दे पर आपसे चर्चा कर इसका हल निकालना चाहते हैं, लेकिन सरकार कहती है- NEET पर चर्चा नहीं होगी।
राहुल गांधी ने यह कहते हुए आरोप लगाया कि मुझे 20 से ज़्यादा मामलों का सामना करना पड़ा, 2 साल की जेल की सज़ा हुई, मेरा घर छीन लिया गया, मीडिया में लगातार हमले हुए और ईडी ने 55 घंटे तक पूछताछ की। जब इस तरह का हमला होता है, तो आपको शरण या ऐसे विचारों की ज़रूरत होती है जो आपकी रक्षा करें। शिव हमारी शरणस्थली थे! उन्होंने पूरे विपक्ष को निडर होकर किसी भी हमले का सामना करने और भारत के विचार की रक्षा करने की ताकत दी।
उन्होंने विपक्ष का आह्वान करते हुए कहा कि आइए हम सब मिलकर इस देश को आगे ले जाने के लिए काम करें। आइए हम दोनों इस देश के लिए काम करें। बहादुरी की भावना के साथ काम करें। हिंसा और नफरत के बिना काम करें।