जिलास्तरीय सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित
डीसीपी ट्रैफिक ने अधिकारियों को खराब सडक़ों व ट्रैफिक जाम के बिंदु बताए
गुरूग्राम, 28 मई। लघु सचिवालय के आसपास और विकास सदन के सामने जर्जर सडक़ों की दशा को सुधारने और इनको सुंदर बनाने का कार्य दो-तीन सप्ताह बाद शुरू किया जाए।
सडक़ सुरक्षा समिति की जिलास्तरीय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए एडीसी हितेश कुमार मीणा ने आज जीएमडीए अधिकारियों को ये निर्देश जारी किए। इस अवसर पर गुरूग्राम के डीसीपी ट्रैफिक विरेंद्र विज भी उपस्थित रहे। एडीसी ने कहा कि गुरूग्राम जिला की सडक़ों को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए जीएमडीए, बीएंडआर, एनएचएआई, एमसीजी आदि विभागों के अधिकारी एक टीम वर्क के रूप में कार्य करें। यातायात सुरक्षा के लिए अधिकारियों को आपस में समन्वय बना कर रखना होगा, ताकि जनसमस्याओं को निराकरण किया जा सके। एडीसी ने एमसीजी अधिकारियों को निर्देश दिए कि राजीव चौक, गुरूद्वारा रोड आदि शहर की सडक़ों पर सफाई व्यवस्था दुरूस्त रहनी चाहिए।
एडीसी हितेश कुमार मीणा ने कहा कि गुरूग्राम शहर में बड़े अस्पतालों के आसपास मुख्य सडक़ों पर यातायात सुरक्षा के साइनबोर्ड लगाए जाने चाहिए। आरटीए सचिव इस मामले में शीघ्र कार्यवाही करे। शहर के राजकीय विद्यालयों के आसपास बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के आवागमन को देखते हुए यहां फुटपाथ, जेब्रा क्रासिंग, ट्रैफिक लाईट आदि की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर के मुख्य चौराहों के आसपास अतिक्रमण हटाए जाएं। सरकारी जमीन पर कब्जा करने वाले दुकानदारों को नोटिस जारी किए जाने चाहिए।
डीसीपी विरेंद्र विज ने कहा कि रामपुरा फलाईओवर के समीप सडक़ को और चौड़ा किया जाए, जिससे कि दो वाहन आसानी से गुजर सकें। एनएचएआई अधिकारियों को यहां यातायात सुधार के लिए वाहन चालकों की सुविधा का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्टï्रीय राजमार्ग पर ओवरलोड वाहनों को रोकने के लिए एनएचएआई उनके चालान शुरू करे। इन वाहनों में ओवरलोड की सूचना टोल पर ही मशीन से मिल जाती है। इन्हें वहीं रोक कर चालान काटे जाएं।
बैठक में गुरूग्राम शहर के विभिन्न स्थानों पर ट्रैफिक जाम की समस्या और सडक़ सुधार के कार्यों के बारे में चर्चा की गई। इस अवसर पर एसीयूटी अनिरूद्घ यादव, एसडीएम रविंद्र कुमार, पटौदी के एसडीएम होशियार सिंह, आरटीए सचिव गजेंद्र सिंह, एसीपी विकास कुमार, जीएमडीए, एमसीजी व एनएचएआई, ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे।