भाजपा ने दो राज्यों में कांग्रेस से सत्ता छीनी जबकि मध्य्प्रदेश में सत्ता वापसी की , तेलंगाना में कांग्रेस की जीत

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नई दिल्ली :  देश के 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में रविवार को 4 राज्यों में हुई मतगणना में भाजपा ने तीन राज्यों में कांग्रेस पार्टी को बुरी तरह परास्त कर दिया. भाजपा ने दो रायों छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस को सता से बेदखल कर दिया तो मध्यप्रदेश में पुनः अपार बहुमत से सता में वापसी की. दूरी तरफ तेलंगाना में कांग्रस पार्टी ने बी आर एस को हरा कर राज्य दक्षिण भारत के एक और राज्य में सत्ता हथिया ली .

चुनाव आयोग की ओर से जारी आकंडे बताते हैं कि हिंदी भाषी सबसे बड़ा प्रदेश मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दो तिहाई बहुमत से जीत दर्ज की है। भाजपा का वोट शेयर 7.53% बढ़ा। 230 सीटों में से पार्टी को 163 सीटें मिली हैं। ये 2018 से 54 ज्यादा हैं। कांग्रेस का वोट शेयर 0.49% घटा और पार्टी 114 से नीचे आकर 66 सीट पर सिमट गई। सपा, बसपा, AAP और निर्दलियों का खाता तक नहीं खुला। मात्र एक सीट भारत आदिवासी पार्टी (BAP) ने जीती है। चुनाव में मोदी इफेक्ट और लाड़ली बहना इम्पैक्ट दिखा।

छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है.  सारे कयासों को दरकिनार करते हुए पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. छत्तीसगढ़ में बीजेपी को जीत मिली है. रात 9:30 तक आंकड़ों के अनुसार बीजेपी ने 49 सीटों पर जीत हासिल की है और 5 अन्य सीटों पर उसके उम्मीदवार अभी आगे चल रहे हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी के 33 उम्मीदवार चुनाव जीत गए हैं और 2 सीटों पर उसके उम्मीदवार आगे चल रहे हैं.

माना जाता है कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे को सामने रखकर चुनाव लड़ा था. जिसका फायदा पार्टी को मिला. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि ‘‘ छत्तीसगढ़ की जनता ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को खारिज कर दिया है.” छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में पार्टी के शीर्ष नेताओं की भूमिका की सराहना करते हुए सिंह ने कहा, ‘‘राज्य के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों और गारंटी में विश्वास दिखाया है. प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने छत्तीसगढ़ में (चुनाव प्रचार) पर्याप्त समय दिया है.

दक्षिण भारत केर राज्य तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों का रिजल्ट रविवार को आया। इसमें कांग्रेस ने 64 सीटें जीतीं। सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) को 39 सीटें मिलीं। भाजपा को 8, AIMIM को 7 और एक सीट CPI के खाते में गईं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्‌डी और कर्नाटक के डिप्टी CM डी के शिवकुमार ने रविवार रात राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया।

राजस्थान में भी 2023 का जनादेश आ गया है। यहाँ भी कांग्रेस पार्टी को तगड़ा झटका लगा  है .  115 सीटों के साथ भाजपा ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर बराबर की टक्कर के राजनीतिक विश्लेषण को धूल कहता दिया है.  यहाँ कांग्रेस 69 सीटों पर सिमट गई है। खास बात यह है कि 2018 के चुनाव के मुकाबले इस बार कांग्रेस के वोट प्रतिशत में मामूली बढ़ोतरी हुई है, इसके बाद भी उसे 31 सीटों का नुकसान झेलना पड़ा है।

कांग्रेस को उदयपुर, जोधपुर और अजमेर संभाग में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा .

 

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