-धनतेरस के मौके पर मेले में जमकर हुई खरीदारी
-दो दिनों में छूट मिलने से चार करोड़ के कारोबार की उम्मीद
-कर्नाटक के इनले वर्क किया वुडेन प्रोडक्ट व हर्बल सामान लोगों को कर रहा आकर्षित
– सुबह 11 बजे से रात्रि 9.30 तक चलने वाला यह मेला सबके लिए निःशुल्क है
गुरुग्राम, 10 नवंबर। सरस आजीविका मेला 2023 में अभी तक यानी नौ नवंबर तक दस करोड़ चौबीस लाख रुपये तक का कारोबार हो चुका है। अब बचे दो दिनों में उम्मीद है की साढ़े चार करोड़ से ज्यादा का कारोबार होगा। उम्मीद जताई जा रही है कि सत्रह दिनों तक चलने वाले इस मेले में कुल कारोबार पंद्रह करोड़ के करीब होगा। बंपर खरीदारी का कारण एक तरफ जहां धनतेरस है वहीं, धनतेरस के मौके पर मिलने वाली छूट भी है। ज्ञात हो कि दस व ग्यारह नवंबर को मेले में विशेष रूप से दस से लेकर बीस प्रतिशत तक की अधिकतम छूट दी जा रही है। इस छूट से एक तरफ जहां मेले में बंपर खरीदारी हो रही है वहीं, स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की सेल भी बढ़ी है। मेले में डिस्काउंट के कारण सुबह हल्की-फुल्की बारिस के बावजूद में दोपहर बाद देर रात तक लोगों की भीड़ लगी रही। यह भीड़ न केवल हेंडीक्राफ्ट व हेंडलूम स्टॉलों पर रही बल्कि फूड कोर्ट में भी देर शाम काफी भीड़ रही। अगले दिन विकेंड होने के कारण लोग अपने परिवार के साथ फूड कोर्ट में देर रात तक स्वाद का जायका का स्वाद लिया। साथ ही रोज की तरह ही होने वाले सांस्कृतिक संध्या का भी आनंद उठाया।
मेले में कर्नाटक के स्टेट कोआर्डिनेटर नागराजू बीआर ने बताया कि राज्य से कुल छह स्टॉल लगाए गए हैं, इसमें हेंडीक्राफ्ट व हेंडलूम के जहां चार स्टॉल लगाए गए हैं वहीं, दो स्टॉल हर्बल प्रोडक्ट के लगाए गए हैं। कर्नाटक के इनले वर्क किया गया वुडेन के सामान लोगों को काफी आकर्षित कर रहा है। वुडेन के ये सामान आपको 182 स्टॉल पर मिल जाएंगे। वहीं, हर्बल प्रोडक्ट के सामान में आपको साबुन, अगरबत्ती, इत्र, धूप जैसे सुगंधित सामान लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। इसके साथ ही राज्य से जूट के सामान, लेदर आदि के सामान भी लाए गए हैं।
ज्ञात हो कि राजधानी से सटे गुरुग्राम में ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा हरियाणा सरकार के सहयोग से आयोजित सरस आजीविका मेला का आयोजन किया जा रहा है। 26 अक्टूबर से 11 नवंबर तक आयोजित होने वाला मेला भारत की विविधता और सांस्कृतिक विरासत को दर्शा रहा है। यहां हर आयु वर्ग के लोग मेला देखने व खरीदारी करने आ रहे हैं।
गुरुग्राम के सेक्टर-29 स्थित लेजरवैली ग्राउंड में लगे इस मेले में देश के 28 राज्यों के 400 से अधिक स्टॉलों पर लोग खरीदारी के लिए आ रहे हैं। मेले की विविधता लोगों को आकर्षित कर रही है। स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिलाओं की विशेष उपस्थिति वाला यह मेला महिला सशक्तिकरण की एक बेहतरीन मिसाल है जहां न केवल वह अपना उत्पाद लेकर आई हैं बल्कि वह भारत की विविधता और अनेकता में एकता का संदेश भी दे रही हैं। आयोजकों के लिए यह मेला निःशुल्क है। सुबह 11 बजे से रात्रि 9.30 तक चलने वाले इस मेले में लोगों की खासी दिलचस्पी है। दूसरी बार यह मेला गुरुग्राम में लग रहा है और लोग इसको लेकर उत्साहित हैं।
इस मेला में 28 राज्यों से आई स्वयं सहायता समूह की 800 दीदी अपनी कला एवं संस्कृति से जुड़े हस्तनिर्मित उत्पादों की स्टॉल लगाई हैं।