नई दिल्ली : वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी, एवीएसएम, एनएम ने आज आईएनएस शिकरा में आयोजित एक औपचारिकपरेड के दौरान वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, एडीसी से फ्लैग ऑफिसर पश्चिमी नौसेना कमान (डब्ल्यूएनसी) के कमांडिंग-इन-चीफ (एफओसी-इन-सी) का पदभार ग्रहण किया। इस जिम्मेदारी को संभालने के बाद फ्लैग ऑफिसर वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने गौरव स्तंभ (नौसेना डॉकयार्ड, मुंबई में समुद्री स्मारक के विजय स्तम्भ) पर पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी कर्मियों को श्रद्धांजलि दी। वाइस एडमिरल त्रिपाठी ने फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में कार्यभार संभालने से पहले रक्षा मंत्रालय (नौसेना) के एकीकृत मुख्यालय में कार्मिक प्रमुख के रूप में कार्य किया है।
दिनेश के त्रिपाठी सैनिक स्कूल रीवा और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला के पूर्व छात्र रहे हैं, उन्हें 01 जुलाई 1985 को भारतीय नौसेना में नियुक्त किया गया था। वे एक संचार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध विशेषज्ञ हैं। उन्होंने नौसेना के सीमावर्ती युद्धपोतोंपर सिग्नल संचार अधिकारी और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं। इसके अलावा श्री त्रिपाठी ने गाइडेडमिसाइल डिस्ट्रॉयर आईएनएस मुंबई के कार्यकारी अधिकारी तथा प्रधान युद्ध अधिकारी के रूप में कार्य किया है।
उन्होंने भारतीय नौसेना के युद्धपोतों विनाश, किर्च और त्रिशूल की कमान संभाली है। वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने विभिन्न महत्वपूर्णपरिचालन और स्टाफ नियुक्तियों पर भी अपनी जिम्मेदारियों को बाखूबी निभाया है, जिनमें मुंबई में पश्चिमी बेड़े के संचालन अधिकारी, नौसेना संचालन निदेशक, प्रधान निदेशक नेटवर्क केंद्रित संचालन और नई दिल्ली में नौसेना योजना प्रधान निदेशक के पद शामिल हैं। उन्होंने रियर एडमिरल के पद की पदोन्नति पर रक्षा मंत्रालय (नौसेना) के एकीकृत मुख्यालय में नौसेना स्टाफ के सहायक प्रमुख (नीति एवं योजना) के रूप में तथा फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग ईस्टर्न फ्लीट के रूप में कार्य किया है।
जून 2019 में वाइस एडमिरल के पद पर पदोन्नति मिलने के बाद फ्लैग ऑफिसर दिनेश के त्रिपाठी को केरल के एझिमाला में प्रतिष्ठित भारतीय नौसेना अकादमी के कमांडेंट के रूप में नियुक्त किया गया था। वह जुलाई 2020 से मई 2021 तक नौसेना संचालन के महानिदेशक रहे थे। उनकी कार्यावधि के दौरान नौसेना समुद्री संचालन की उच्च गति देखी गई। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि नौसेना युद्ध से निपटने के लिए तैयार, एकजुट और विश्वसनीय सैन्य बल बनी रहे, जो कोविड महामारी की चौतरफा गंभीरता के बावजूद कई जटिल सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है।
वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन से स्नातक हैं, वहां पर उन्हें थिमैया पदक से सम्मानित किया गया था। उन्होंनेउन्होंने 2007-08 में यूएस नेवल वॉर कॉलेज, न्यूपोर्ट, रोड आइलैंउ में नेवल हायर कमांड कोर्स और नेवल कमांड कॉलेज में भी भाग लिया, जहां उन्होंने प्रतिष्ठित रॉबर्ट इन बेटमैन इंटरनेशनल पुरस्कार जीता था।
वाइस एडमिरल त्रिपाठी कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए अति विशिष्ट सेवा मेडल और नौसेना मेडल सम्मानित हैं। वे एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी हैं और टेनिस, बैडमिंटन और क्रिकेट के खेल में अपने हाथ आजमाते रहते हैं। फ्लैग ऑफिसर अंतरराष्ट्रीय संबंधों,सैन्य इतिहास और नेतृत्व की कला एवं विज्ञान के एक मेधावी छात्र रहे हैं। उनका विवाह श्रीमती शशि त्रिपाठी से हुआ है, जो एक कलाकार तथा कुशल गृहिणी हैं और उनका एक बेटा है, जो पेशे से वकील है।