– कमेटी को एनजीटी के आदेशों की पालना में सहयोग देने के लिए हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने भी बैठक में लिया भाग
– हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन राघवेंद्र राव की अध्यक्षता में एनजीटी ने गठित की है 9 सदस्यीय कमेटी
गुरुग्राम 29 अक्टूबर। गुरुग्राम जिला के बंधवाडी मे कचरा प्रबंधन और कचरे का सही ढंग से प्रसंस्करण करने को लेकर राष्ट्रीय हरित ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा गठित कमेटी की तीसरी बैठक शनिवार को गुरुग्राम में आयोजित की गई। गुरुग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह में आयोजित इस बैठक में हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने भी कमेटी को एनजीटी के आदेशों की पालना में सहयोग देने के लिए भाग लिया।
बैठक में निर्णय लिया गया कि बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर जमा कचरे का आंकलन वैज्ञानिक तरीके से नए सिरे से करवाया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी को दी गई है जो एक सप्ताह में इस कार्य को पूर्ण करवाएंगे। उसके हिसाब से इस कचरे के निस्तारण के लिए नगर निगम गुरुग्राम संशोधित एक्शन प्लान तैयार करेगा, जिसमें हर गतिविधि के लिए समय सीमा निर्धारित होगी। इस 9 सदस्य कमेटी के चेयरमैन श्री पी राघवेंद्र राव हैं, जो हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन भी हैं। कमेटी के अन्य सदस्यों में जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सुधीर राजपाल, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के एसीएस श्री विनीत गर्ग, शहरी स्थानीय निकाय के एसीएस अरुण गुप्ता, गुरुग्राम नगर निगम के आयुक्त मुकेश आहुजा, फरीदाबाद नगर निगम के आयुक्त जितेंद्र दहिया, गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव, फरीदाबाद के उपायुक्त विक्रम सिंह तथा सीपीसीबी के क्षेत्रीय निदेशक शामिल है। आज की बैठक में ये सभी अधिकारी उपस्थित थे, अरुण गुप्ता तथा विक्रम बैठक से ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। गुरुग्राम नगर निगम के आयुक्त मुकेश आहूजा को कमेटी का कोऑर्डिनेटर बनाया गया।
बैठक में बंधवाड़ी में कचरे के सही ढंग से निस्तारण से लेकर वहां पर लीचेट ट्रीटमेंट प्लांट को शुरू करने और विकेंद्रित कचरा प्रसंस्करण, कचरे से निकलने वाले आरडीएफ के निस्तारण, लीगेसी वेस्ट, लिगेसी लीचेट, वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने, अग्निशमन के प्रबंध करने आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
कमेटी के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव ने कहा कि गुरुग्राम तथा फरीदाबाद के कचरे के प्रसंस्करण की प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी हो। इसके लिए हर गतिविधि के लिए समय सीमा निर्धारित हो और सभी एजेंसियां उस समय सीमा का दृढ़ता से पालन करें। उन्होंने कहा कि कचरा प्रसंस्करण तथा लीचेट को शोधित करने के कार्य का थर्ड पार्टी एसेसमेंट करवाते रहें। बैठक में उपस्थित हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने कहा कि जो भी एजेंसी कोताही करेगी उसे उसके लिए हर्जाना भरना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमें इन एजेंसियों से काम लेना है। बैठक में निर्णय लिया गया कि बंधवाड़ी में जमा पूरे लीगेसी वेस्ट का प्रसंस्करण मार्च 2023 अंत तक पूरा करने के प्रयास किए जाएंगे। कचरे के प्रसंस्करण से निकलने वाले आरडीएफ के निस्तारण को लेकर संबंधित हित धारकों के साथ एक सप्ताह में गुरुग्राम नगर निगम आयुक्त अलग से बैठक करेंगे।
बैठक में बताया गया कि गुरुग्राम तथा फरीदाबाद जिलों में विकेंद्रीकृत कचरा प्रसंस्करण प्रणाली अपनाने पर कार्यवाही चल रही है। इसके लिए एक स्थान पर कचरा ना ले जाकर दोनों शहरों में छोटे-छोटे कचरा प्रसंस्करण प्लांट लगाए जाएंगे। बताया गया कि गुरु ग्राम तथा फरीदाबाद दोनों शहरों से प्रतिदिन लगभग 2000 मीट्रिक टन कचरा आता है। इसके संस्करण के लिए सात अलग-अलग प्रसंस्करण साइटों की पहचान की गई है। हर साइट के लिए सॉलि़ड वेस्ट और लीचेट ट्रीटमेंट की योजना बनाई गई है।
लीचेट ट्रीटमेंट के बारे में बैठक में बताया गया कि बंधवाड़ी में लीचेट ट्रीटमेंट के लिए 200 – 200 केएलडी क्षमता के दो डीटीआरओ प्लांट संचालित हो रहे हैं। इसके अलावा लगभग 150 केएलडी क्षमता का लीचेट ट्रीटमेंट प्लांट भी 30 नवंबर तक कार्यरत हो जाएगा। कुल मिलाकर लीचेट ट्रीटमेंट की 550 केएलडी क्षमता हो जाएगी। इसके बाद प्रतिदिन निकलने वाला लीचेट साथ की साथ ही शोधित हो जाया करेगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि नगर निगम तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी इस पर कड़ी निगरानी रखेंगे और इस मामले में कोताही होने पर कंसेशनेयर पर जुर्माना किया जाएगा। इसके साथ यह निर्णय लिया गया कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी हर सप्ताह लीचेट ट्रीटमेंट को लेकर रिपोर्ट देंगे। जहां तक लिगेसी लीचेट का सवाल है उसे टैंकरों में भरकर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी ) पर भेजा जाएगा जहां पर जीएमडीए द्वारा उसके ट्रीटमेंट के लिए डीटीआरओ प्लांट लगवाया जाएगा। ये लीचेट वाले टैंकर बंधवाड़ी प्लांट से एसटीपी पर पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए पर्यावरण विदों का सहयोग लिया जाएगा। इस लीचेट के सैंपल टेस्ट करने के बाद ही जब इसमें टॉक्सिक पदार्थ निर्धारित मंजूरसुदा मात्रा में होंगे तब ही इसे सीवरेज में डाला जाएगा अन्यथा नहीं।
बैठक में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने को लेकर भी चर्चा हुई जिसमें इकोग्रीन कंपनी की तरफ से बताया गया कि 10 नवंबर से पहले ईपीसी कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर कर लिए जाएंगे। इसके बाद 31 दिसंबर 2022 से पहले प्लांट लगाने का कार्य धरातल पर शुरू कर दिया जाएगा। नगर निगम गुरुग्राम में आश्वस्त किया कि यह प्लांट लगाने के लिए बंधवाड़ी में कचरा खाली करके 10 एकड़ जमीन उपलब्ध करवा दी जाएगी। बैठक में कचरा प्रसंस्करण साइट पर अग्निशमन के प्रबंधों पर भी विचार विमर्श किया गया जिसमें गुरुग्राम नगर निगम के आयुक्त श्री मुकेश आहूजा ने बताया कि बंधवाड़ी में चार मिथेन गैस डिटेक्टर की जरूरत है तथा वहां पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाने हैं। उन्होंने बताया कि वहां पर दो फायर टेंडर स्थाई रूप से खड़े किए जा रहे हैं।
बैठक के बाद यह कमेटी बँधवाडी प्लांट का मौक़ा देखने भी गई।