इंडस्ट्रीलय डवलपमेंट एसोएिशन सेक्टर-37 के तत्वावधान में भंडारे एवं कंबल वितरण कार्यक्रम
गुरूग्राम। श्रमिकों और प्रबंधनों के बीच दोस्ताना माहौल बनाने के साकारात्मक पहल करनी जरूरी है। उक्त विचार गुडग़ांव के अतिरिक्तत श्रमायुक्त जयवीर आर्य ने व्यक्त किए। श्री आर्य इंडस्ट्रीलय डवलपमेंट एसोएिशन सेक्टर-37 द्वारा मकर सक्रान्ति के अवसर पर आयोजित भंडारे एवं कंबल वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
श्री आर्य ने सैकड़ों उद्योगपतियों व हजारों श्रमिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस तरह के सामुहिक कार्यक्रम श्रमिकों के साथ जुड़ाव का माध्यम है। उन्होनें कहा कि उद्योगिक शांति के लिए श्रमिक और प्रबंधनों को एक मंच पर आना चाहिए। उन्होनें कहा कि परस्पर संबंधों और उद्योगिक शांति से ही उद्योगिक विकास की रफ्तार बढ़ेगी। उन्होनें कार्यक्रम में उपस्थित सभी उद्योगिक एसोसिएशनों से आहवान किया कि वो सभी साल में दो बार नही तो एक बार जरूर इस तरह के सामुहिक कार्यक्रम करें।
इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित श्रम विभाग के सभी आला अधिकारयिों को निर्देश भी दिए कि वो अपने-अपने उद्योगिक क्षेत्रों में प्रबंधनों और श्रमिकों के बीच संबंध स्थापित करके उद्योगिक शांति को बढ़ावा दे। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर उपस्थित पुलिस उपायुक्त सुमित कुमार ने कहा कि मकर सक्रांति के दिन दान का बहुत महत्व है। समाज के गरीब और असहाय लोगों के लिए दान करना पुण्य का कार्य है।
उन्होनें कहा कि श्रमिकों और उद्योगपतियों के बीच दोस्ताना संबंध उद्योगिक शांति को बढ़ावा देगा। उन्होनें आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि इस सामुहिक कार्यक्रम से निश्चित तौर पर सेक्टर 37 उद्योगिक क्षेत्र में शांति बनी रहेगी। अतिथि के तौर पर उपस्थित रेलवे बोर्ड के सदस्य व लेबर लॉ एडवाईजर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एसएस थिरीयान ने कहा कि श्रमिकों के साथ दोस्ताना संबंध ही उद्योगिक विकास को बढ़ावा देगा। उद्योगिक श्रमिकों का देश के विकास में बहुत बड़ा योगदान है।
उन्होनें कहा कि आईडीए ना केवल उद्योगों के लिए बल्कि श्रमिकों के कल्याण के लिए भी प्रयासरत है। कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ उद्योगपति जेएन मंगला, एनसीआर चेंबर ऑफ कोमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष एचपी यादव, चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज उद्योग विहार के अध्यक्ष कर्नल राज सिंगला ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्रमिकों और प्रबंधनों के बीच दोस्ताना संबंध होने चाहिए। उन्होनें मकर सक्रान्ति को किसान और उद्योगपतियों को एक साथ जोडक़र देश के विकास की बात कही।
उन्होनें कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का उद्देश्य समाज के निचले वर्ग को सहायता पहुंचाना है। कार्यक्रम को श्रम विभाग के सहायक निदेशक दीपक मलिक ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के अध्यक्ष जीपी गुप्ता व महासचिव दीपक मैनी ने कहा कि उनकी एसोसिएशन पिछलें तीन वर्षो से इस तरह के सामुहिक कार्यक्रम मकर सक्रान्ति के असवर पर करते आ रहे है। जिसका उद्देश्य श्रमिकों और प्रबंधनों के बीच बढ़ती दूरी को कम करके दोस्ताना संबंधों को मजबूत करना है।
कार्यक्रम का शुभारम्भ उत्तर भारत के विद्वान ब्राहमण पंडित हरिओम ने गीता के श£ोंकों का उच्चारण के साथ किया। इस अवसर पर मुख्यअतिथियों के द्वारा रिबन काटकर कंबल वितरण एवं भण्डारे का शुभारम्भ किया और लगभग 125 जरूरतमंद व्यक्तियों को कंबल बांटे गए। कार्यक्रम का संचालन करते हुए लेबर लॉ एडवाईजर्स एसोसिएशन के संयोजक एडवोकेट आर एल शर्मा ने कहा कि श्रमिकों और प्रबंधन एक ही सिक्कें के दो पहलू है औ दोनों ही एक दूसरे के बिना अधूरे है।
इसलिए दोनों में दोस्ताना और सामंजस्य संबंध आवश्यक है। इस मौके पर सहायक श्रमायुक्त चन्द्रपाल, सहायक निदेशक दीपक मलिक, एसोसिएशन के उपाध्यक्ष जगतपाल सिंह, कोषाध्यक्ष आरके शर्मा, सचिव धर्मेन्द्र बजाज, वरिष्ठ सदस्य उमेश कुमार, प्रवीन मखीजा, विद्या सागर कथूरिया, आके बोहरा, अरविंद मित्तल, प्रेम अरोड़ा, मनीष वर्मा, भूपेन्द्र सिंह, ह्यूमन राईट कौंसिल से मान सिंह राघव व गुंजन मेहता, मौहम्मद हारून, रमनदीप सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता हरकेश शर्मा, थाना सेक्टर दस के प्रबंधक नरेश यादव, अमन गुप्ता, रविन जैन, राकेश बत्रा आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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