नई दिल्ली : दिल्ली में शराब घोटाले की लड़ाई अब एम् एल ए खरीद के आरोप प्रत्यारोप वाली लड़ाई में तब्दील हो गई है. आम आदमी अ[पार्टी और भाजपा के बीच यह संघर्ष चरम पर है. एक तरफ भाजप ने आज दिल्ली की सडकों पर शर्बा घोटाले के खिलाफ प्रदर्शन किया तो दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि उसके दिल्ली के 40 विधायकों को भारतीय जनता पार्टी ने निशाना बनाया. आप प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भाजपा की ओर से उनके विधायकों को पाला बदलने के लिए 20-20 करोड़ रुपये की पेशकश की गई है जबकि सभी 62 विधायक पार्टी के साथ हैं.
आप’ के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आज प्रेस वार्ता में कहा कि मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल के घर पर बुलाई गई. बैठक में 53 विधायकों ने शिरकत की. इनमें केजरीवाल भी शामिल हैं. वहीं सात विधायक दिल्ली से बाहर हैं जबकि मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं. उन्होंने कहा कि ओखला से विधायक अमानतुल्ला खान फोन के जरिए बैठक में शामिल हुए. बैठक के बाद भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ की विफलता की प्रार्थना के लिए केजरीवाल के नेतृत्व में ‘आप’ विधायक महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पहुंचे.
बैठक से पहले सूत्रों ने दावा किया था कि 12 विधायकों से कुछ दिनों से संपर्क नहीं हो पा रहा था. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि वे विधायक केजरीवाल के आवास पर बुलाई गई बैठक में हिस्सा लेंगे.
भारद्वाज ने कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को इस बात की जांच करनी चाहिए कि ‘आप’ के विधायकों को तोड़ने के लिए भाजपा के पास 800 करोड़ रुपये कहां से आए? भारद्वाज ने आरोप लगाया, ‘भाजपा ने पाला बदलने के लिए 12 विधायकों से संपर्क किया है. विधायकों ने कहा है कि वे ‘आप’ के साथ हैं. भाजपा 40 विधायकों को निशाना बना रही है और पाला बदलने के लिए 20-20 करोड़ रुपये की पेशकश की गई है.’
भाजपा विधायकों ने ‘आप’ के विधायकों को तोड़ने के आरोपों को खारिज किया और इसे केजरीवाल नीत पार्टी का लोगों की सहानुभूति हासिल करने का हथकंडा करार दिया. भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि ‘आप’ लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है . उन्होंने दिल्ली की आबकारी नीति पर केजरीवाल की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया.