PMKY प्रदर्शनी युवाओं के लिए ख़ास आकर्षण

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21वें राष्टीय युवा महोत्सव में  जाट कालेज मैदान में लगी प्रदर्शनी

चंडीगढ़ : साधन से वंचित युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से मुख्यधारा में लाने के उद्देश्य से क्रियान्वित प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना को लेकर युवाओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। रोहतक में आयोजित 21वें राष्टीय युवा महोत्सव में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना को लेकर जाट कालेज मैदान में लगी प्रदर्शनी में बाकायदा स्टालें लगाई गई हैं, जहां युवाओं को योजना के अंतर्गत स्वरोजगार तथा कौशल विकास से संबंधित पाठ्यक्रमों की जानकारी दी जा रही है।

 

इस योजना  का उदेश्य ज्यादा से ज्यादा युवाओं को उद्योग अनुकूल कौशल प्रशिक्षण के लिए सक्षम बनाते हुए समाज की मुख्य धारा से जोडऩा है। गुरुवार को प्रदर्शनी के दौरान युवक-युवतियों ने न केवल कौशल विकास योजना की जानकारी ली, साथ ही इसे रोजगार पाने की दिशा में बेहतर विकल्प बताया।

बता दें कि देशभर में विभिन्न शिक्षण संस्थानों के माध्यम से 240 से 440 घंटे अवधि के कौशल विकास प्रशिक्षण पाठ्यक्रम करवाये जाते हंै, जिनमें वेल्डिंग टेक्नोलॉजी, लैथ आपरेटर, एयर कंडिशनिंग, आईटी को-आर्डिनेटर, इलैक्ट्रशियन, हैंडसेट रिपेयर इंजीनियर, गारडनर, सेल्स एसोसिएट, डेरी फार्मिंग, एनीमल हैल्थ वर्कर, मेकअप आर्टिस्ट जैसे पाठ्यक्रम शामिल हैं। ये सभी पाठ्यक्रम बाजार की मांग के अनुरूप तैयार किये गये है ताकि युवाओं के लिए रोजगार के अधिक से अधिक अवसर सृजित हो सके। इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें स्वरोजगार तथा रोजगार योग्य बनाना है।

कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय द्वारा अधिक से अधिक युवाओं को  पाठ्यक्रमों से जोडऩे के लिए स्किलअप एप भी जारी की गई है, जिसके माध्यम से युवा इन पाठ्यक्रमों की पूरी जानकारी हासिल कर सकते है।  

प्रदर्शनी में हिस्सा ले रहे पीएस एजुकेशन इंस्टीट्यूट की प्रबंधक पिंकी रानी ने बताया कि युवाओं में पाठ्यक्रमों को लेकर काफी उत्साह है क्योंकि ऐसे पाठ्यक्रमों से जुडऩे वाले युवा अपने रोजगार के साथ-साथ अपनी कौशल योग्यता में वृद्धि कर सकते है और उनके लिए रोजगार के विकल्प भी बढ़ जाते है और ये पाठ्यक्रम युवाओं के लिए बिल्कुल नि:शुल्क है। उन्होंने बताया कि सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का आने वाले समय में युवाओं को खासा लाभ मिलेगा। उन्होंने माना कि सरकारी नौकरी सबको मिल पाना बेहद कठिन है, मगर इस योजना के अंतर्गत चलाए जा रहे अल्प अवधि के कोर्स का प्रशिक्षण लेकर स्वरोजगार की मुख्य धारा का हिस्सा बन सकता है।

गुरूवार को कई स्टालों पर पहुंच कर अनेक विद्यार्थियों ने जानकारी हासिल की कि पढाई या रोजगार के साथ-साथ वे इन पाठयक्रमों के साथ कैसे जुड सकते हैं और अपनी कौशल योगयता को बढ़ा सकते हैं। छात्र मोहित व गौरव ने बताया कि सरकार द्वारा शुरू की गई इस महत्वाकांक्षी योजना के जरिए वह अपना मन बना चुके हैं कि वे एक या दो प्रशिक्षण लेकर कम से कम अपना कामधंधा शुरू कर सकेंगे। 

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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