उपायुक्त ने वन स्टॉप सेंटर में दी जा रही सुविधाओं का लिया जायजा

Font Size

– सेंटर में मनोविश्लेषक काउंसलर व पैरा मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति के साथ ही पुलिस सुरक्षा में भी किया जाएगा इजाफा

गुरुग्राम, 30 मार्च। उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने मंगलवार को देर शाम  सिविल लाइन्स स्थित, प्रताड़ित महिलाओं को तुरंत आश्रय देने के लिए स्थापित वन स्टॉप सेंटर में दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने वहां सुविधाओं में इजाफे के लिए किए जा रहे निर्माण कार्यों का भी जायज़ा लिया।

डीसी श्री यादव ने वन स्टॉप सेंटर में महिलाओं को उपलब्ध करवाई जा रही सभी सुविधाओं का जायजा लेने उपरान्त
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे वन स्टॉप सेंटर में उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं का नियमित रूप से निरीक्षण करते रहें। यहां आने वाले महिलाओं को अगर कोई समस्या आती है तो वे उसका तुरंत समाधान करवायें। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह से प्रताड़ित महिलाओं को तुरंत आश्रय देने के लिए जिला में वन स्टॉप सेंटर स्थापित किया गया है। ऐसे में यहां पर दी जा रही किसी भी प्रकार की सेवाओं में लापरवाही की गुंजाइश नही होनी चाहिए।

इस दौरान वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक पिंकी मलिक ने उपायुक्त को अवगत कराते हुए बताया कि सेंटर में एक मनोविश्लेषक काउंसलर व पैरा मेडिकल स्टाफ की आवश्यकता है, जिस पर उपायुक्त ने तत्काल अपनी सहमति देते हुए संबंधित अधिकारियों को इस दिशा में कार्यवाही करने के आदेश दिए। वहीं उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को यहां सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस सेवाओं की भी समीक्षा करने के निर्देश दिए।

श्रीमती पिंकी मलिक ने उपायुक्त को वन स्टॉप सेंटर की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि मौजूदा वर्ष के जनवरी माह से अब तक घरेलू हिंसा, गुमशुदा, उत्पीड़न, घर छोड़ने, यौन उत्पीड़न, बलात्कार, साइबर क्राइम व अन्य अपराधों से जुड़ी कुल 145 शिकायतें मिली हैं जिनमें वन स्टॉप सेंटर ने 48 केसों का समाधान कराने में सफलता प्राप्त की है। वहीं 17 केस में महिलाओं को वन स्टॉप सेंटर में आश्रय दिया गया है। इसके साथ ही 26 केस पुलिस विभाग को भेजे गए हैं। उन्होंने उपायुक्त को बताया कि विभाग द्वारा समय समय पर जिला के विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता अभियान के माध्यम से महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।

इस अवसर सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान, एसीपी सुरिंदर कौर, अधिवक्ता ऋतु कपूर, महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी मीनाक्षी सहित मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी सुखदा भी उपस्थित रहे।

You cannot copy content of this page