यूनुस अलवी
मेवात : पिनगवां कि सामाजिक संस्था सेवा भारती कि ओर से जरूरत मंदो को 5200 जोडे कपडे वितरित किये। इस मौके पर पिनगवां पंचायत भवन के प्रांगण आयोजित समारोह मेंं जिला उपायुक्त नूंह मनीराम शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। वहीं गौशाला मरोड़ा के लिए 11 हजार रूपये की सहयोग राशि दी गई।
जिला उपायुक्त मनीराम शर्मा ने सेवा भारती संस्था कि जमकर तारीफ की। डीसी ने कहा कि मेवात इलाके में और भी कई कस्बे हैं लेकिन पिनगवां जैसा दानवीर कस्बा उन्होने नहीं देखा। उन्होने कहा कि वह कस्बा पिनगवां में कई बार आ चुके हैं। यहां के लोग गरीब लोगों कि बंटियों कि शादी कराने, रक्तदान करने आदि में सबसे आगे रहते हैं।
उन्होने कहा कि कस्बा पिनगवां के लोगों कि तरह सभी को जरूरतमंदों की सेवा एवं सहयोग के लिए आगे आना चाहिए। उन्होने कहा कि इसी वजह से उन्होने जिले में नेकी की दीवार की स्थापना की है जिससे जरूरतमंदों की सेवा में लोग अपनी हिस्सेदारी कर सकें। नेकी कि दिवार में मेवात जिले के पुन्हाना, पिनगवां, फिरोजपुर झिरका, नगीना के लोगो के अलावा इस जनसेवा में राजस्थान के कस्बो से भी लोग सहयोग में बढ़ चढ़कर भाग ले रहे है। पिनगवां की सेवा भारती संस्था द्वारा चलाये जा रहे सभी कार्य सराहनीय है साथ ही आज इतनी भारी मात्रा में जरुरतो मंदो को कपडे वितरित कर संस्था सदस्यों ने मानवता का परिचय दिया है।
डीसी ने कहा कि सर्दी में कपड़े और जूते आदि की आवश्यकता सभी लोगो को होती है। काफी जरूरतमंद लोग अपने लिए इन सामानों को बाजार से खरीद कर पहन नहीं पाते, इसलिए ऐसे जरूरतमन्द लोगो की सेवा के लिए अपने पुराने कपडे या जूते देकर उनका सहयोग करे। ऐसे सामान आप लोगो के लिए भले ही पुराने हो लेकिन जरूरतमंद लोगो के लिए वे नए के समान जरूरत पूरा करती है। उन्होंने कहा कि यह सामाजिक कार्य है।
सेवा भारती संस्था के प्रधान फूलचंद सिंगला ने कहा कि देश भर में लगभग एक लाख पचहत्तर हजार संस्थाये कार्य कर रही है। जिसमे पिनगवां में भी ऐसी संस्था है जिसके अंतर्गत गौ सेवा रथ, सिलाई केंद्र, चिकित्सालय केंद्र, नेत्रदान आदि जनसेवा कार्य किये जाते है। उन्होंने कस्बावासियो के सहयोग से संस्था सभी सामाजिक कार्यो में बढ़चढ़ कर भाग ले रही है।
इस मौके पर सरपंच संजय सिंगला, भगत राम, धर्मेन्द्र सोनी, नेम चंद, नरेश सिंगला, मनीष सिंगला, रमेश चंद, सरफू, बक्कर कुरैशी, संतराम पटेल, कौशल सिंगला विनोद गौतम सहित काफी सं या में मौजिज लोग उपस्थित थे।