गुरुग्राम 14 जनवरी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमजन के लिए सतर्कता व जागरूकता के साथ- साथ अपने स्वास्थ्य की देखभाल रखने संबंधी आवश्यक हिदायतें जारी की गई हैं। ये हिदायतें आईसीएमआर तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जनहित में जारी की गई हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए उप सिविल सर्जन डॉ. जयप्रकाश ने बताया कि जिन लोगों को खासी, जुकाम, बुखार ,गले में खराश ,स्वाद या गंध का चले जाना, सांस लेने में कठिनाई संबंधी कोई भी समस्या हो तो उन्हें तुरंत अपना टेस्ट करवाने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि 60 साल से अधिक आयु के व्यक्ति, कोमोरबिड बीमारियो जैसे शुगर, हाइपरटेंशन, फेफड़ो या किडनी की बीमारी से ग्रसित हो आदि जो कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आए हो, को अपना कोरोना टेस्ट करवाने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि जारी हिदायत अनुसार ऐसे किसी भी मरीज के इलाज में देरी नहीं होनी चाहिए जिसे किसी भी प्रकार के इमरजेंसी प्रोसीजर जैसे सर्जरी या प्रसूति आदि से होकर गुजरना हो। ऐसे मरीजों के इलाज में टेस्टिंग के अभाव में देरी नहीं होनी चाहिए। अस्पताल प्रबंधन द्वारा सैंपल एकत्रित करने तथा भेजने संबंधी सभी प्रबंध सुनिश्चित किए जाने चाहिए।
डॉ जयप्रकाश ने बताया कि एसिंप्टोमेटिक व्यक्ति को टेस्ट करवाने की कोई जरूरत नहीं है। मरीज अपना टेस्ट करवाने के 7 दिन बाद होम आइसोलेशन समाप्त कर सकता है बशर्ते मरीज को अंतिम 3 दिन में बुखार के कोई लक्षण ना हो । अस्पताल में भर्ती मरीज का सप्ताह में एक से अधिक बार टेस्ट नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा, अस्पताल में ऐसे मरीजों की भर्ती नहीं होनी चाहिए जिनका ऑक्सीजन लेवल 93% से अधिक हो और जिसे सांस लेने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो रही हो या जिन्हें 5 दिन से ज्यादा बुखार ना आ रहा हो। उन्होंने बताया कि जारी हिदायत अनुसार नोडल अधिकारी (इनफेक्शन कंट्रोल ऑफिसर) स्वास्थ्य संस्थानों में संक्रमण संबंधी समस्याओं की निगरानी करते हुए उनका समाधान करेंगे। इसके अलावा, हिदायतों में सभी हेल्थ केयर वर्करों सहित 60 साल से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज लगवाने के लिए भी कहा गया है।