नई दिल्ली : ज्योतिरादित्य एम सिंधिया तथा नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल डॉ. वी.के. सिंह (अवकाश प्राप्त) ने असम के गुवाहाटी से महाराष्ट्र के पुणे मार्ग पर इंडिगो एयरलाइंस की पहली सीधी उड़ान को झंडी दिखाकर कल रवाना किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में असम सरकार के परिवहन, उद्योग एवं वाणिज्य, कुशलता विकास, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री चंद्रमोहन पटवारी, लोकसभा सदस्य श्रीमती क्वीन ओजा और राज्यसभा सदस्य श्री भुवनेश्वर कालिता गुवाहाटी से तथा लोकसभा सदस्य श्री गिरीश बालचंद्र बापट पुणे से वर्चुअल तौर पर उपस्थित रहे।
उड़ान की शुरुआत करते हुए श्री सिंधिया ने कहा, “मैं इस महत्वपूर्ण अवसर पर पूर्वोत्तर भारत के सबसे बड़े शहर गुवाहाटी में अपनी मौजूदगी को लेकर बहुत आनंदित हूं, जोकि पूर्वोत्तर का गेटवे भी कहलाता है। गुवाहाटी का महत्व सिर्फ पूर्वोत्तर भारत तक, भारत तक या पूरे विश्व तक ही सीमित नहीं है, बल्कि गुवाहाटी शहर का जिक्र हमारे प्राचीन ग्रथों में भी मिलता है। आज के समय में गुवाहाटी मंदिरों का शहर कहलाता है, जहां कामाख्या मंदिर, नवग्रह मंदिर, उमानंद मंदिर और ऐसे ही कई और मंदिर हैं। इसके साथ ही यह शहर देश का सबसे बड़ा चाय बाजार है। मुझे यह बताते हुए बहुत हर्ष हो रहा है कि देश का 55 प्रतिशत चाय निर्यात अकेले गुवाहाटी से होता है। इसके अलावा गुवाहाटी में बहुत से तेल शोधक कारखाने और आईआईटी, टिस जैसे कई शिक्षण संस्थान भी हैं।”
मंत्री ने कहा, “गुवाहाटी 885 उड़ानों के साथ देश के 24 शहरों से जुड़ा हुआ है। हम गुवाहाटी हवाई अड्डे की एक व्यापक विस्तार एवं उन्नयन योजना लागू कर रहे हैं, जिसके जरिए इसके टर्मिनल की यात्री क्षमता को प्रतिवर्ष 50 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ 20 लाख किया जाएगा और यह कार्य असम तथा गुवाहाटी में उपलब्ध अवसरों को देखते हुए किया जाएगा। इस परियोजना पर 1,232 करोड़ रुपए का खर्च आएगा, जिसे केंद्र सरकार वहन करेगी।”
इस मार्ग पर उड़ान परिचालन शुरू होने से गुवाहाटी और उसके आसपास रहने वाले लोगों को और साथ ही पुणे से यहां आने वाले यात्रियों को दोनों शहरों के बीच अबाधित आवागमन की सुविधा मिलेगी। अभी तक सीधी उड़ान सेवा नहीं होने की वजह से लोगों को सड़क या रेल मार्ग से 45 घंटे से अधिक का सफर तय करना पड़ता था। अब इन लोगों को दोनों शहरों के बीच नई उडान सेवा शुरू होने से सिर्फ 3 घंटे 15 मिनट का सफर तय करना होगा। पुणे और गुवाहाटी के बीच इस नई उड़ान सेवा शुरू होने के बाद लोगों को हवाई संपर्क के बहुत से विकल्प मिलेंगे और इससे क्षेत्र के व्यापार, वाणिज्य और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और इन दोनों क्षेत्रों के बीच आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी।