नई दिल्ली : केन्द्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने दावा किया है कि नोट्बंदी का जीडीपी पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा. सरकार 7.5 प्रतिशत के लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होगी. इससे देश को फायदा हो रहा है. एक निजी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि उद्योगों में कर्मियों के खाते बैंक में नहीं होने से नोट्बंदी के कारण दो सप्ताह समस्या थी. लेकिन अब कहीं से भी ऐसी बात सुनने को नहीं मिल रही है.
उन्होंने दावा किया कि चाय बगान के मजदूरों के साथ कुछ अलग तरह की समस्य थी लेकिन इसे रिज़र्व बैंक के सहयोग से सुलझा लिया गया. उन्हें डिजिटल पेमेंट के कार्ड मुहैया कराये गये और अब इसका हल निकल आया है.
रोजगार की संभावना क्षीण होने के मामले में सीता रमण ने कहा कि दक्ष (स्कील्ल्ड )कर्मियों के लिए कोई समस्या नहीं है. हाँ दैनिक मजदूर आधारित उद्योग के लिए थोड़ी समस्या थी जिसे समयानुसार सुलझा लिया गया.
करेंसी की उपलब्धता के मामले में उनका कहना था कि अगर बैंक अकाउंट है तो लेन देन में कोई समस्या नहीं है. पेमेंट डिजिटल तरीके से संभव है. यह समस्या उनके लिए है जिनके बैंक अकाउंट नहीं है.
उन्होंने कहा कि जीडीपी पर नोट्बंदी का कोई बुरा असर नहीं पड़ने वाला है. बल्कि ब्लेक मनी जो सामानांतर इकॉनमी चला रहे होते हैं से जीडीपी को बड़ा नुकसान होता है. इस वित्त्तीय वर्ष में 7.5 प्रतिशत जीडीपी को प्राप्त करना संभव होगा.
राहुल गाँधी द्वारा उठाये जा रहे सवालों पर वाणिज्य राज्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उन्हें वस्तु स्थिति से अवगत नहीं करा रही है. उन्हें देश के वास्तविक हालात की जानकारी नहीं है इसलिए वे निराधार बातें करते हैं.