स्वास्थ्य विभाग के एसीएस राजीव अरोड़ा ने की तीन जिले में कोरोना की तीसरी लहर के लिए तैयारियों की समीक्षा

Font Size

गुरुग्राम,06 सितंबर। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आने की जताई जा रही आशंका के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने इसकी रोकथाम तथा ईलाज के लिए किए जा रहे प्रबंधों को लेकर आज जिला गुरुग्राम के सेक्टर 44 स्थित अपेरल हाउस में हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने तीन जिलों नामतः गुरूग्राम, नूंह व रेवाड़ी के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों, स्वास्थ्य अधिकारियों तथा निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की।

बैठक में वैक्सीनेशन अभियान के तहत आयोजित किए जा रहे टीकाकरण कार्यक्रमों और तीसरी लहर यदि आती है तो उस स्थिति से निपटने के लिए किए गए प्रबंधों पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया। श्री अरोड़ा ने बैठक में कहा कि सरकार ने यह लक्ष्य निर्धारित किया है कि सितंबर माह के अंत तक पूरे प्रदेश में सभी शत्-प्रतिशत पात्र नागरिकों को कोरोना रोधी वैक्सीन की पहली डोज अवश्य लग जाए और जो नागरिक दूसरी डोज के लिए पात्र हो गए हैं अर्थात् पहली डोज के बाद जिनका निर्धारित समय पूरा हो गया है उनकों दूसरी डोज लग जाए।
श्री अरोड़ा ने गुरुग्राम में चल रहे टीकाकरण कार्य पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि यहां पर ओवरआल परफॉर्मेंस काफी बेहतर है, यहां पर पहली डोज की परफोरमेंस 119 प्रतिशत रही है । चुंकि गुरुग्राम में फ्लोटिंग या माइग्रेटरी जनसंख्या है, ये लोग आते जाते रहते हैं इसलिए वैक्सीनेशन 100 प्रतिशत से ज्यादा हुआ है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यहां रहने वाले सभी लोगों का वैक्सीनेशन करना सुनिश्चित करें ।

’सरकार के पास है पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन का स्टॉक’

श्री राजीव अरोड़ा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना रोधी वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक है। उन्होंने तुरंत प्रभाव से आज ही वैक्सीन की 2 लाख डोज़ रेवाड़ी भेजने के निर्देश दिए। साथ ही बताया कि प्रदेश के सभी 22 जिलों में मांग के अनुसार या उससे अधिक मात्रा में वैक्सीन सप्लाई की जा रही है।

’हेल्थ केयर वर्कर्स को दूसरी डोज़ लगवाना सुनिश्चित करें निजी अस्पताल’

श्री अरोड़ा ने सभी निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि वे एक सप्ताह में अपने सभी हेल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन की दूसरी डोज़ लगवाकर इसकी रिपोर्ट सिविल सर्जन कार्यालय में भेजना सुनिश्चित करंे। इसके अतिरिक्त सभी अस्पताल उनके यहां संचालित की जा रही एम्बुलेंस की संख्या व उनमें उपलब्ध मैडिकल सुविधाओं के बारे भी रिपोर्ट सिविल सर्जन कार्यालय को भेजें।

’एक सप्ताह में सभी प्राइवेट अस्पतालों की ऑक्सीजन ऑडिट रिपोर्ट भिजवाएं सिविल सर्जन’

एसीएस श्री अरोड़ा ने गुरुग्राम के सिविल सर्जन डॉ यादव को निर्देश देते हुए कहा कि वे कोविड पोर्टल पर रजिस्टर्ड सभी निजी अस्पतालों की ऑक्सीजन ऑडिट रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर उनके कार्यालय में भिजवाएं। साथ ही इन अस्पतालों में उपलब्ध बैड व ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता की रिपोर्ट भी तैयार करवाएं। इसके अतिरिक्त सभी अस्पताल ऑक्सीजन सप्लाई के आवश्यक सभी प्रकार की नोजल अपने यहां मंगवाकर रखें।

 

’-मेडिकल उपकरणों व रेमिडिसिवर इंजेक्शन की खपत का आंकलन करें ‘

राजीव अरोड़ा ने तीनों जिलों के सिविल सर्जन से कहा कि वे दूसरी लहर के समय यानी अप्रैल, मई व जून के अनुभवों व डिमांड के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार करें कि इन तीन महीनों में रेमिडिसिवर इंजेक्शन व स्वास्थ्य उपकरणों की कितनी मात्रा में खपत रही थी ताकि उक्त रिपोर्ट के आधार पर आगामी तैयारियां की जा सकें।

समीक्षा बैठक में एन.एच.एम हरियाणा के एमडी प्रभजोत सिंह, हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के एडीजी डॉ बी.के बंसल, ,गुरुग्राम के मंडल आयुक्त राजीव रंजन, गुरुग्राम के उपायुक्त डॉ यश गर्ग, गुरुग्राम के निगम कमिश्नर मुकेश कुमार आहुजा, रेवाड़ी के उपायुक्त यशवेंद्र सिंह, नंूह के उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह, गुरुग्राम के सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव, नूंह के सिविल सर्जन डॉ सुरेन्द्र यादव, रेवाड़ी के सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार, गुरुग्राम के उप-सिविल सर्जन डॉ एमपी सिंह, डॉ जय प्रकाश व डॉ ईशा नारंग सहित विभिन्न निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

You cannot copy content of this page