– कोरोना के नए वेरिएंट से दूरी बनाए रखने में सावधानी बेहद जरूरी
– डीसी डा. यश गर्ग ने किया आह्वान: जिलावासी स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति धैर्य व संयम का दें परिचय
– कोविड गाइडलाइन की अनुपालना सुनिश्चित करें
गुरूग्राम, 5 जुलाई। जिला प्रशासन कोरोना की संभावित तीसरी लहर के रूप में आने वाले नए वेरिएंट से दूरी बनाए रखने में पूरी सजगता से अपने दायित्व का निर्वहन कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा नित नए योजनागत कदम उठाते हुए स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण भी देने में लगा है। कोरोना से बचाव के लिए प्रशासन पूर्ण रूप से सजग एवं सतर्कता बरत रहा है। प्रयास है कि किसी भी प्रकार की अनहोनी संभावित तीसरी लहर में न हो इसके लिए आमजन सावधानी व जागरूकता के साथ कोरोना डेल्टा वेरिएंट से बचाव का सशक्त माध्यम अपनाएं।
यह आह्वान उपायुक्त डा. यश गर्ग ने किया। डीसी ने बताया कि स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासनिक स्तर पर व्यापक प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं, ऐसे में जिलावासी धैर्य व संयम बनाए रखते हुए कोविड गाइडलाइन की अनुपालना सुनिश्चित करें। सावधानी व जागरूकता के साथ हम सभी को मिलकर फिर से घरों में रहकर स्वास्थ्य सुरक्षा चक्र को मजबूत बनाए रखते हुए कोरोना संक्रमण चक्र को तोड़ना है।
डीसी ने कोरोना महामारी को लेकर आमजन को पुनः सतर्क रहते हुए कहा कि कोरोना डेल्टा प्लस वेरिएंट विभिन्न देश व प्रदेश में अपनी दस्तक दे रहा है, ऐसे में जिला में किसी भी रूप से कोरोना के इस नए वेरिएंट के संक्रमण फैलाव न हो इसका पूरा ध्यान सभी को रखना है। उन्होंने कहा कि कोशिश करें कि एक भी नागरिक लापरवाही ना बरतें और कोरोना से बचाव के लिए उचित व्यवहार की अनुपालना करें। जिलावासियों को दिए संदेश में डीसी ने 18 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीनेशन करवाने के लिए प्रेरित किया।
-मास्क का उपयोग व उचित शारीरिक दूरी बेहद जरूरी:
डीसी ने जिलावासियों से आह्वान किया कि मास्क का उपयोग करने के साथ ही एक दूसरे से उचित शारीरिक दूरी की पालना करते हुए अपने हाथों को साबुन से धोते हुए संक्रमण फैलाव को रोकने में सभी को सहभागी बनना होगा। उन्होंने शहरी निकाय व पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य सुरक्षा के तहत सख्ती बेहद जरूरी है, ऐसे में संबंधित टीम बिना मास्क लगाकर घरों से बाहर निकलने वालों के चालान करें और उन्हें समझाएं कि वे कोरोना संक्रमण चैन को फैलने से रोकें और कोरोना से दूरी बनाए रखने में सक्रिय भूमिका अदा करें। उन्होंने कहा है कि किसी प्रकार से भी बीमारी के लक्षण नजर आने पर चिकित्सक की सलाह अवश्य लें। अस्पताल जाने को आखिरी विकल्प के रूप में अपनाएं। लक्षण नजर आते ही स्वयं को आइसोलेट करें। हर प्रकार की सावधानी बरतें। चिकित्सकों के परामर्श के अनुसार दवाइयों का सेवन करें।
वैक्सीनेशन बनेगा मजबूत सुरक्षा कवच:
डीसी ने कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम में वैक्सीनेशन मजबूत सुरक्षा कवच के रूप में मनुष्य के साथ रहेगा। उन्होंने जिला के 18 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों को तत्परता से वैक्सीनेशन करवाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर पर कोरोना से बचाव में सहयोगी वैक्सीन प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है, ऐसे में सभी अपनी दोनों डोज अवश्य लगवाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित लहर से बचाव के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा चक्र के तहत मास्क का उपयोग, एक दूसरे से उचित शारीरिक दूरी बनाकर रखने, अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलने का संकल्प लें और कोरोना वैक्सीनेशन का कवच धारण करेंगे तो निश्चित तौर पर कोरोना डेल्टा प्लस की दस्तक किसी भी रूप से जिला में किसी मनुष्य के शरीर में नहीं होगी। सावधानी ही बचाव का सशक्त माध्यम बनेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सुरक्षात्मक कदम उठा रहा है। पर्याप्त स्वास्थ्य संसाधनों के साथ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में प्रशासन अपना दायित्व निभाएंगा किंतु प्रयास रहें कि ऐसी स्थिति उत्पन्न ही न हो।