– निगमायुक्त ने टैक्सेशन विंग अधिकारियों के साथ की बैठक
– प्रॉपर्टी टैक्स के बड़े डिफॉल्टरों की प्रॉपर्टी सील करने के लिए अगस्त माह में चलेगा विशेष अभियान
– ट्रेड लाईसैंस की स्ट्रेटजी तैयार करने के लिए जोनल टैक्सेशन ऑफिसरों को दिए निर्देश
गुरुग्राम, 14 जून। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने टैक्सेशन विंग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली में तेजी लाएं तथा 5 लाख व इससे ऊपर की राशि के डिफॉल्टर प्रॉपर्टी मालिकों से वसूली करें।
उक्त निर्देश निगमायुक्त ने सोमवार को टैक्सेशन विंग अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में दिए। उन्होंने जोनल टैक्सेशन अधिकारियों से कहा कि प्रथम चरण में 5 लाख या इससे ऊपर की बकाया प्रॉपर्टी टैक्स राशि वाले प्रॉपर्टी टैक्स डिफॉल्टरों को नोटिस जारी करें तथा प्रॉपर्टी टैक्स की अदायगी नहीं करने की सूरत में अगस्त माह में एक विशेष अभियान चलाकर उनकी प्रॉपर्टीज को सील करें। उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली के लिए वहां की आरडब्ल्यूए या सामाजिक संस्था का भी सहयोग ले सकते हैं। आरडब्ल्यूए या सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से प्रॉपर्टी मालिकों से प्रॉपर्टी टैक्स की अदायगी करने की अपील करें। उन्होंने जोनल टैक्सेशन अधिकारियों से कहा कि आप नगर निगम की धुरी हैं, इसलिए नगर निगम की आय बढ़ाने की दिशा में तेजी लाएं।
बैठक में ट्रेड लाईसैंस के बारे में निगमायुक्त ने कहा कि निगम क्षेत्र में सभी प्रकार की व्यवसायिक गतिविधियां करने वालों को ट्रेड लाईसैंस लेने के लिए प्रेरित करें तथा एक स्ट्रैटजी तैयार करें। बैठक में याशी कंसल्टिंग के प्रतिनिधियों ने निगमायुक्त को प्रॉपर्टी टैक्स सर्वे के बारे में जानकारी दी। निगमायुक्त ने कहा कि 2014 से लेकर 2019 तक के प्रॉपर्टी टैक्स डाटा को मौजूदा सर्वे के डाटा से मैच करें।
अधिकारियों ने बताया कि प्रॉपर्टी टैक्स की अदायगी के लिए नगर निगम गुरूग्राम द्वारा 3 नागरिक सुविधा केन्द्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें 5000 रूपए तक की राशि को नकदी के रूप में तथा इससे ऊपर की राशि को डिमांड ड्राफ्ट, क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड के माध्यम से अदा किया जा सकता है। इसके लिए नगर निगम गुरूग्राम की वैबसाईट पर ऑनलाईन माध्यम से प्रॉपर्टी टैक्स की अदायगी करने का प्रावधान है। अधिकारियों ने बताया कि वार्ड वाईज नागरिक सुविधा केन्द्र स्थापित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
बैठक में अतिरिक्त आयुक्त जसप्रीत कौर एवं सुरेन्द्र सिंह, संयुक्त आयुक्त प्रदीप अहलावत, जोनल टैक्सेशन ऑफिसर गुलशन सलूजा, देवेन्द्र कुमार, समीर श्रीवास्तव, दिनेश कुमार एवं विजय कपूर सहित सर्वे का कार्य करने वाली एजेंसी याशी कंसल्टिंग तथा जीआईएस लैब के प्रतिनिधि उपस्थित थे।