राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय ने ऑडियो-विजुअल गाइड ऐप लॉन्च किया

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नई दिल्ली : राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (एनजीएमए), नई दिल्ली ने अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के अवसर पर एनजीएमए के ऑडियो-विजुअल गाइड ऐप के लॉन्च का ऐलान किया है। ऐप के जरिए संग्रहालय के दर्शकों के लिए गैलरी में प्रदर्शित बहुमूल्य भारतीय आधुनिक कला से संबंधित उपाख्यानों और कहानियों को स्मार्ट फोन पर, कहीं भी, कभी भी सुनना संभव होगा। ऐप संग्रहालय की दीर्घाओं में प्रदर्शित आधुनिक कला की अमूल्य खोज के लिए एक ऑडियो-विजुअल गाइड के रुप में काम करेगा ।

ऐप गूगल प्लेस्टोर और एप्पल ऐपस्टोर दोनों पर उपलब्ध है। कथनों (वर्णन) को सुनने के लिए, उपयोगकर्ताओं को ऐप डाउनलोड करना होगा और दिए गए नंबरों का उपयोग करके सामग्रियों को नेविगेट करना होगा। यही नंबर संग्रहालय में आर्ट वर्क की दूसरी तरफ प्रदर्शित की जाएगी। ऐप का एक वेब संस्करण उन लोगों के लिए भी उपलब्ध है जो ऐप डाउनलोड करने के इच्छुक नहीं हैं और वह केवल क्यूआर कोड को स्कैन करके संग्रहालय से जुड़ सकेंगे। एनजीएमए ऐप और टूर सभी उपयोगकर्ताओं के लिए निःशुल्क हैं।

संग्रहालय के पास छवियों, वीडियो और आवाजों का एक समृद्ध मिश्रण हैं। उनका उद्देश्य संग्रहालय में आगंतुकों के देखने के अनुभव को रूचिकर बनाना है और वर्चुअल माध्यम से संग्रहालय के समृद्ध खजाने तक लोगों की पहुंच बढ़ाना है।

इसके अलावा विषयों को एक दिलचस्प कहानी के रुप में कहने के प्रारूप में पेश किया गया है। जिसमें कलाकार के बारे में, कला के पीछे का विचार और उसे तैयार करने में इस्तेमाल की गई तकनीक की भी जानकारी शामिल हैं।

लॉन्च के बारे में एनजीएमए के डीजी श्री अद्वैत गडनायक ने कहा, ‘एनजीएमए के ऑडियो-विजुअल गाइड ऐप का लॉन्च एक मील का पत्थर है। यह लोगों को कला से घनिष्ठ रूप से जुड़ने में मदद करेगा। मैं विशेष रूप से आशा करता हूं कि हमारे बच्चे और युवा ऐप का भरपूर उपयोग करेंगे, कला को मानवीय भावना की एक महत्वपूर्ण अभिव्यक्ति के रूप में अनुभव करेंगे।’

संग्रहालय ने अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस 2021 के अवसर पर आज (18/05/2021) ऐप लॉन्च किया है।

राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्राहलय के बारे में

1954 में स्थापित, एक नए स्वतंत्र राष्ट्र के आधुनिक कला के प्रमुख संग्रहालय के रूप में, राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्राहलय, नई दिल्ली, 150 से अधिक वर्षों में फैले आधुनिक भारत के बदलते कला रूपों की उत्कृष्ट कृतियों को प्रदर्शित करता है। संग्रहालय आधुनिक और समकालीन दृश्य, प्लास्टिक और नई मीडिया कलाओं के भंडार के रूप में अपनी भूमिका जारी रखे हुए है।

संग्रहालय में 2000 से अधिक कलाकारों का मौलिक संग्रह है। इसके तहत राजा रवि वर्मा, अबनिंद्रनाथ टैगोर, रवींद्रनाथ टैगोर, गगनेंद्रनाथ टैगोर, नंदलाल बोस, जैमिनी रॉय, अमृता शेर-गिल, थॉमस डेनियल और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के संग्रह शामिल हैं। एनजीएमए में संरक्षित कुछ सबसे पुरानी कृतियां 1857  की हैं। 12,000 वर्ग मीटर के प्रदर्शनी स्थल के साथ, यह दुनिया के सबसे बड़े आधुनिक कला संग्रहालयों में से एक है।

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