करोड़ों की लागत वाली सड़क की उम्र केवल ढाई दिन !

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घटिया सामग्री के उपयोग की शिकायत 

धर्मेन्द्र यादव 

फरीदाबाद :  ढाई दिन में ही टूट गई करोडों रूपये की लागत से बनी ढाई किलोमीटर लंबी सडक। चोंकाने वाला मामला फरीदाबाद के गांव प्रहलादपुर से डीग की ओर जाने वाली सडक का है जिसे ग्रामीणों ने नेताओं और अधिकारियों के हाथ पैर जोड कर मंजूर करवाया था, मगर उन्हें क्या पता था कि 20 साल के बाद बनी सडक का रास्ता उनके लिये मात्र ढाई दिनों के लिये ही सुखमय होगा उसके बाद उन्हें फिर से हिचकोले खाने पडेंगे। सडक का निर्माण पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा किया गया जिसमें बहुत ही घटिया सामिग्री का उपयोग किया गया जिसके कारण बनते ही सडक फिर से जर्जर हो गई।
 खुशियां दरवाजे तक ही आकर वापिस लौट जाना,, इस कहावत को फरीदाबाद के गांव प्रहलादपुर से डीग की ओर जाने वाली सडक ने पूरा कर दिया है,, जी हां चौंकिये मत इस सडक पर बसे हुए करीब आधा दर्जन गांवों में रहने वाले लोगों के लिये ये खुशी का मौका ही था जो 20 साल के बाद उनकी सडक का निर्माण करवाया गया, मगर उन्हें क्या पता था कि उनकी ये खुशी चंद दिनों की ही मेहमान है, सुगम रास्ते में की उम्मीद में जिन्होंने 20 साल गुजार दिये और वो मौका आया भी तो मात्र ढाई दिन के लिये। दरअसल मामला कुछ इस कदर है कि प्रहलादपुर से डीग की ओर जाने वाली सडक पिछले 20 साल से जर्जर अवस्था में पडी हुई थी, जिसके निर्माण के लिये गांववालों ने नेताओं और अधिकारियों को हाथ पैर जोडे तब जाकर सडक का निर्माण हुआ है मगर निर्माण के तीसरे दिन ही सडक फिर से टूट गई।
 इस बारे में जब ग्रामीणों से बात की तो उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सडक का निर्माण करवाया गया जिसमें 25 एमएम मैटेरियल की जगह मात्र 15 एमएम ही मैटेरियल डाला गया वो भी सडक के निर्माण में बहुत ही घटिया सामिग्री का उपयोग किया गया, जिसके चलते नई सडक मात्र ढाई दिन ही टिक पाई।

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