गुरुग्राम : कैशलेस लेनदेन से सरकारी प्रणाली को सुलभ बनाने में डिजीटल कैशलेस की बड़ी भूमिका सामने आ रही है। जो भ्रष्टाचार अब से पहले होता रहा है। कम से कम डिजीटल ट्रांजेक्शन होने से वह पूरी तरह समाप्त हो जायेगा। शुक्रवार दोपहर में विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने एकजुट होकर कैशलेस सिस्टम को अपनाने के लिए जनजागरूकता रैली निकाली।
मेवात के सामाजिक कार्यकर्ता राजुद्दीन ने कहा कि देश में व्यापप्त कालेधन और भ्रष्टाचार से मुक्त करने का फैसला ऐतिहासिक है। अब तक सैंकड़ों धनकुबेर ईड़ी व अन्य जांच एजेंसियों की गिरफ्त में आ चुके है। आने वाले 31 दिसंबर तक अरबों-खरबों की रकम सरकार के हाथों में होगी। नोटबंदी के कदम से हवाला कारोबार, मनीलॉंड्री, नकली नोट व आतंकवाद का खात्मा भी हुआ है। उन्होंने बताया कि जिले के लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष तौर पर नोटबंदी के समर्थन व कैशलेस ट्रांजेक्शन करने के लिए जन चेतना फैलाई जा रही है। थोड़ी बहुत लोगों को जरूर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है किन्तु इस महिने के आखिर तक व्यवस्था सरकार पूरी तरह चुस्तदुरूस्त कर देगी।
समाजसेवी राजुद्दीन ने कहा कि सन् 1978 के बाद बड़े पैमाने पर सरकार ने करेंसी में इसलिए बदलाव किया है कि ताकि जाली नोटों व हवाला कारोबार के अलावा आतंकवाद की फंडि़ंग को पूरी तरह रोकने में मदद मिले। उन्होंने कहा कि स्कूलों के संग रैली निकालने का उद्देश्य ये है कि कम से कम प्रत्येक बच्चा इसके बारे में समझे और अपने परिवार को कैशलेस लेनदेन से जोड़े। साथ ही लोगों में ये भी समझ पैदा करने की कोशिश की जा रही है कि यह नोटबंदी व कैशलेस का कदम अवाम के हित में है।
उन्होंने ये भी दावा किया कि सरकार जल्दी ही जनता के हित में ढ़ेर सारी स्कीमें शुरू करने वाली है। नए साल में लोगों के समुचित विकास को मजबूत करने वाली कई राष्ट्रीय स्तर की परियोजनाऐं शुरू होंगी। केजी स्कूल की प्राचार्य नीरू चौधरी व स्कूल की नसीमा, आफिया ने बताया कि नोटबंदी की वजह से लोगों पर असर हुआ है। धीरे-धीरे जिन्दगी की वही रफ्तार पटरी पर आनी शुरू हो गई है। वहीं कैशलेस ट्रांजेक्शन के लाभ भी लोगों को समझाने की जरूरत है।