यूनुस अलवी
मेवात : गांव फलैंडी कि दलित समाज कि महिला सावित्री को गांव का सरपंच बनना उसके लिये एक आफत बन गई है। गांव को शौचमुक्त बनाने के लिये गांव के दबंग लोगों से शौचालय बनाने की बात कहना मंहगा पड रहा है। पिछले दो तीन महिने में उसके पति के साथ गांव के दबंग लोग करीब चार बार मारपिटाई कर चुके हैं। जब भी वे पुलिस में शिकायत करने जाती है या तो गांव के दबंग लोग जबरजस्ती उनका फैंसला करा देते हैं या फिर पुलिस से सांठगांठ कर मुकदमा ही दर्ज नहीं होने देते हैं।
सरपंच सावित्री ने चेतावनी देते हुऐ कहा कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह सरपंच पद से अपना त्याग पत्र सीएम को भेजने और परिवार के साथ गांव छोडने को मजबूर होगी। आरोपियो के खिलाफ कार्रवाई न होने को लेकर सरपंच ने मंगलवार को दलित समाज के लोगों के साथ मिलकर मेवात उपायुक्त मणिराम शर्मा से लिखित शिकायत कर उनके खिलाफ कडी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं डीसी ने पुन्हाना के डीएसपी को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिये हैं।
गांव फलैंडी की दलित महिला सरपंच सावित्री ने बताया कि डीसी मेवात चहाते हैं कि उनका गांव शौचमुक्त होना चाहिये इसलिए वह और उसका पति सीताराम गांव के प्रमुख लोगों से इसके लिये आहवान करते हैं। उन्होने बताया कि करीब दस दिन पहले गांव फलैंडी निवासी मजीद का एक लडका किसी काम के लिये उसके घर पर आया तो उसने कहा कि तुम अपने घर पर शौचालय बनवाने में मेरी मदद करो, इतना ही कहना था कि उसने मेरे ही घर पर मेरे पति और मुझे गाली गलौंच करनी शुरू कर दी। वहां मौजूद लोगों ने साजिद को समझाबुझाकर भेज दिया।
सरपंच का कहना है कि उसका पति सीताराम 12 दिसंबर को सुबेह गांव में लोगों को शौचालय बनाने को प्रेरित करने के लिये निकला था। जब वह गांव के ही आसू के घर के पास से गुजर रहा था तो आसू ने उसे चाय पीने के लिए बुलाया। जब वह उसके घर में मूंढी पर बेठा ही था तो आरोपी साजिद, साकिर, साबिर, बुल्ली, मजीद, आसू सहित आधा लोगों ने उसके पति कि लाठी डंडे, थप्पड आदी से मारपिटाई शुरू कर दी और उसे जातिसूचक भद्दी-भद्दी गालियां दी। उन्होने जाति सूचक गालियां देते हुऐ कहा कि तू हमें शौचालय बनाने का हुकम देता है। उसके बाद उसके पति की चीख-पुकार सुनकर गांव के कुछ लोग आ गये जहां उनको बचाया नहीं तो आरोपी उसे जान से मार देते। उसके बाद आरोपियों ने जान से मारने के धमकी देते और जाति सूचक गालियां देते हुऐ लोगों के सामने भी उसके पति को फिर से मारने का प्रयास किया लेकिन लोगों ने किसी तरह आरोपियों के चंगुल से उसे बचाया।
सरपंच के पति सीता राम का कहना है कि घायल अवस्था में उसे पुन्हाना कि अस्पताल में इलाज और मेडिकल कराया। उसी दिन शाम को उन्होने पिनगवंा पुलिस में लिखित शिकायत दी लेकिन पुलिस ने लिखित शिकायत लेने से मना कर दिया। उन्होने मजबूर होकर मंगलवार को मेवात डीसी मणिराम शर्मा से इसकी शिकायत की है। अब उनको इंसाफ मिलने कि उम्मीद जगी है।
सरपंच सावित्री ने चेतावनी देते हुऐ कहा कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह सरपंच पद से अपना त्याग पत्र सीएम को भेजने और परिवार के साथ गांव छोडने को मजबूर होगी।
डीसी से शिकायत करने वालों में सरपंच सावित्री, पति सीता राम, सास बसंति, सुनीता, फूलववति, बाबू लाल और अनिल मौजूद थे।
क्या कहते है डीएसपी
पुन्हाना के डीएसपी सुभाष यादव ने फोन पर बताया कि उनको इस बारे में जानकारी मिली है। पीडित परिवार को बुधवार अपने कार्यालय में बुलाया हुआ है। जांच कर आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाऐगी।