गुरुग्राम : देश में तरक्की का आधार केवल औद्योगिक विकास है और इसके लिए औद्योगिक क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रखना अतिआवश्यक है. यदि श्रम कानूनों की पालना सुनिश्चित की जाए और कानून व्यवस्था दुरूस्त रहे तो औद्योगिक शांति अपने आप ही कायम रहेगी। उक्त विचार गुरुग्राम के उप-श्रमायुक्त दिनेश कुमार ने व्यक्त किये।
उप-श्रमायुक्त दिनेश कुमार, आज लेबर लॉ एडवाइजर एसोसिएशन ओर फैडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज हरियाणा के सौजन्य से आयोजित ज्वाइंट समन्वय मीटिंग को संबोधित कर रहे थे। सेक्टर 37 में आयोजित ज्वाइंट समन्वय मीटिंग का विषय था औद्योगिक शांति, श्रम कानूनों की परिपालना ओर कानून व्यवस्था को कैसे मेन्टेन रखा जाए। समन्वय मीटिंग में विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों, औद्योगिक संगठनों , लेबर यूनियन और श्रम कानून के सलाहकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। डीएलसी दिनेश कुमार ने उपस्थित सैकड़ों उद्योगपतियों और श्रम यूनियनों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों पक्षों में आपसी भाई चारा और विश्वास होना बहुत आवश्यक है। श्रमिक और प्रबंधन दोनों को एक मंच पर आकर दोस्ताना और बेहतर माहौल बनाना होगा। आपसी तालमेल से ही औद्योगिक शांति को बढ़ावा मिलेगा।
मीटिंग में विशेषतौर से उपस्थित गुरुग्राम के सहायक पुलिस आयुक्त ट्रैफिक संजीव बल्हारा ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार के अपराध के खिलाफ आवाज उठायें और उस अपराध को नजदीक के थाने में रजिस्टर्ड अवश्य करवायें। इस तरह से पुलिस अपराधों पर शीघ्र नियंत्रण कर पाएगी।
फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज हरियाणा के महासचिव व सेक्टर 37 के उद्यमी ललित जैन ने सेक्टर 37 और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रो में ट्रक यूनियन की गुंडागर्दी और आंतक का मुद्दा उठाया तो एसीपी बल्हारा ने प्रदेश की सभी प्रकार की ट्रक यूनियनों को अवैध बताया. उन्होंने कहा कि यदि कोई भी इस तरह का गैरकानूनी यूनियन यदि दुर्व्यवहार, मारपीट या अधिक किराया वसूले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें. उनके खिलाफ कानूनी रूप से त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
मीटिंग में उपस्थित ट्रैफिक इंस्पेक्टर नवीन कुमार को एसीपी बल्हारा ने निर्देश दिया कि वो सेक्टर 37 और आसपास के क्षेत्रो में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाये । श्री बल्हारा ने सभी उद्यमियों का आह्वाहन किया कि अपराधों को रोकने के लिए वे अपने अपने एरिया के मुख्य स्थानों पर कैमरे अवश्य लगवायें। उन्होंने कहा कि आप सभी की सक्रियता और सहयोग से ही क्राइम को रोका जा सकता है।
फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष हरभजन सिंह ने कहा कि प्रबंधन और कर्मचारी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं . दोनो एक दूसरे के बिना अधूरे हैं. इसलिए दोनों की पहल के बिना औद्योगिक शांति संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयास से ही हम अपने विवादों में कमी ला सकते हैं और औद्योगिक प्रतिष्ठानों में शांति कायम रख सकते हैं ।
मीटिंग में डीएलसी वेलफेयर शिव कुमार सैनी ने श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। बैठक को इंटक के प्रदेश उपाध्यक्ष व श्रमिक नेता एस एस थिरियांन ने भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आपसी सामंजस्य से ही औद्योगिक शांति संभव है।
बैठक के आयोजक और लेबर लॉ एडवाइजर एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट आर एल शर्मा ने मंच संचालन करते हुए कहा कि देश का औद्योगिक विकास श्रमिक और प्रबंधन दोनों के सामूहिक प्रयास से ही संभव है। क्योंकि देश के विकास में उद्योग और श्रमिकों का अहम योगदान है।
मीटिंग के दौरान एफ आई आई के महासचिव दीपक मैनी ने सेक्टर 37 और आसपास के एरिया की समस्याओं के बारे में उपस्थित अधिकारियों को अवगत करवाया. सभी संबंधित अधिकारियों ने समस्याओं के शीघ्र निपटारे का आश्वासन दिया।
बैठक में कादीपुर इंडस्ट्रीज वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रीपाल शर्मा, दौलताबाद रोड इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के महासचिव विजय द्वीवेदी, जीआईए के सचिव मनोज जैन और उपस्थित सभी औद्योगिक प्रतिनिधियों ने एक स्वर से अपने एरिया में औद्योगिक शांति के लिए श्रम कानूनों की पालना करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर लेबर इंस्पेक्टर प्रदीप सिवाच, वरिष्ठ उद्योगपति मदन जिंदल, डीएचएफसी सेक्टर 37 के चेयरमैन एस पी अग्रवाल, रविन जैन, डीपी गौड़, राजेश छाबड़ा , सौरभ जुनेजा, समीर जुनेजा, मुनीश गुप्ता, ललित जैन, रमनदीप सिंह, पी के गुप्ता, सुनील कथूरिया, मोहमद हारून, विनोद शर्मा, अमन गुप्ता, तेजपाल नेगी, सतपाल सैनी, असगर अली, रमेश बत्रा, डॉ के के अग्रवाल, पीएन पांडेय, वरिष्ठ अधिवक्ता हरकेश शर्मा, राजेश सहजवानी, संजय जैन, वीरेंदर गोयल, फेलकन फ़ोर्स से दिनेश कुमार, पुनीत सिंह, सुमित जैन, आईडीएफसी बैंक के भरत गोयल और उनकी टीम व विभिन्न उद्योगों से सैकड़ों प्रतिनिधि उपस्थित थे ।