नई दिल्ली : केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में केन्द्रीय बजट 2021-22 पेश करते हुए कहा कि सरकार प्रमुख क्षेत्रों के विस्तार के लिए, वैश्विक तौर पर अग्रणी उद्यमियों को तैयार करने तथा उन्हें पोषित करने एवं युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए वित्त वर्ष 2021-22 से अगले 5 वर्षों में लगभग 1.97 लाख करोड़ रुपये व्यय करने के लिए प्रतिबद्ध है।
श्रीमती सीतारमण ने कहा कि भारत की विनिर्माण कंपनियों के लिए वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं का एक अभिन्न हिस्सा बनने, महत्वपूर्ण दक्षता एवं अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी हासिल करने की जरूरत है, ताकि यह 5 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर वाली अर्थव्यवस्था बन पाये। इसके लिए हमारे विनिर्माण क्षेत्र की विकास दर निरंतर दोहरे अंकों में कायम रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उपर्युक्त उपलब्धि तक पहुंचने के लिए तथा एक आत्मनिर्भर भारत के लिए विनिर्माण क्षेत्र की अग्रणी कंपनियां तैयार करने के उद्देश्य से 13 क्षेत्रों के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाओं की घोषणा की गई है।
अगले 3 वर्षों में 7 नये टेक्सटाइल पार्क शुरू किये जाएंगे।
वित्त मंत्री ने टेक्सटाइल उद्योग को वैश्विक तौर पर प्रतिस्पर्धी बनाने, अधिक निवेश आकर्षित करने तथा रोजगार सृजन पर जोर देने के लिए एक वृहद निवेश टेक्सटाइल पार्क (मित्र) नामक योजना का प्रस्ताव किया। श्रीमती सीतारमण ने कहा कि इससे निर्यात के क्षेत्र में विश्व स्तर पर अग्रणी कंपनियां विकसित करने के उद्देश्य से सहज सुविधाओं से सुसज्जित विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार होगा। वित्त मंत्री ने कहा कि अगले 3 वर्षों में 7 टेक्सटाइल पार्क स्थापित किये जाएंगे।