” विपक्ष ईमानदारों को भड़काया जा रहा है “
बनासकांठा (पालनपुर) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाने संबोधन में कहा है कि मैंने कभी अपना नहीं केवल देश का भला सोचा है. मेरा देश, आने वाली पीढ़ियों की चिंता करने वाला है. हमारा चिंतन भावी पीढ़ियों के सुख के लिए होता है. उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्रपति अच्छा राजनीतिक अनुभव रखते हैं. राष्ट्रपति ने सदन की कार्यवाही नहीं चलने पर आपत्ति जताई है. मुझे विपक्ष लोकसभा में बोलने नहीं दे रहा है इसलिए मैंने जनसभा में बोलने का निर्णय लिया.
नोटबंदी पर समर्थन के लिए पीएम मोदी ने एक बार फिर देश के 125 करोड़ लोगों का शुक्रिया ऐडा किया. उन्होंने कहा की सभी को शत्-शत् नमन. उन्होंने दावा किया कि मैं ईमानदारों के साथ खड़ा हूं तो ईमानदारों को भड़काया जा रहा है. 70 साल तक ईमानदार लोगों को आपने लूटा.
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को जहां से ताकत मिलती थी उसे रोकने में अब सफलता मिली है. जाली नोटों से आतंकवाद बढ़ता है. मेरी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है. गरीब की ताकत बढ़ाने के लिए नोटबंदी लागू की गई है.
बड़ों-बड़ों की ताकत घटी
8 तारीख के बाद बड़ों-बड़ों की ताकत घटी और छोटे लोगों की ताकत बढ़ी. 8 तारीख के पहले बड़ों-बड़ों की पूछ होती थी. 500-1000 रुपए के नोट की पूछ होती थी, पर अब छोटे लोगों और छोटे नोटों की पूछ होती है. 8 नवंबर से पहले 100 के नोट को कई पूछता था क्या? इसके बाद 100 के नोट की ताकत बढ़ गई है. नोटबंदी के खिलाफ कोई पार्टी नहीं है, विरोधी सिर्फ नोटबंदी के तरीके पर सवाल उठा रहे हैं. विपक्ष इस बात को समझे कि राजनीति से ऊपर राष्ट्रनीति होती है, दल से बड़ा देश होता है. उन्होंने इस बात को दोहराया कि ये कठिनाइयां सिर्फ 50 दिन तक रहने वाली हैं, इसके बाद हालात सुधर जाएंगे.
संसद में विपक्ष के हंगामे पर पीएम मोदी ने कहा कि सरकार कहती है कि पीएम बोलने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनको मालूम है कि पीएम मोदी जब बोलेगा तो उनका (विपक्ष) का झूठ टिक नहीं पाएगा. इसलिए वे चर्चा से भाग जाते हैं. इसलिए विपक्ष के लोग लोकसभा में मुझे बोलने नहीं दे रहे हैं. इसलिए मैंने जनसभा में बोलने का निर्णय लिया.
लेन-देन करने का प्रशिक्षण दीजिए
पीएम मोदी ने विपक्षी दलों से कहा कि मेरा विरोध करने से कुछ नहीं मिलेगा. खूब कीजिए मेरी आलोचना कीजिए, लेकिन लोगों को ऑनलाइन लेन-देन करने का प्रशिक्षण दीजिए. ठीक उसी तरह जिस तरह चुनाव के समय हम लोगों को वोट देने के लिए ट्रेंड करते हैं.
इससे पहले गुजरात के डीसा में प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी का खास स्वागत किया गया. उन्हें खास पगड़ी पहनाई गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां पर दुग्ध सहकारी डेयरी संयंत्र का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री ने कई और लोक कल्याणकारी परियोजनाओं की शुरूआत की . इस मौके पर उन्होंने किसान रैली को संबोधित किया.
धरती के संतान के रूप में आया हूं
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आपके बीच प्रधानमंत्री के रूप में नहीं बल्कि इस धरती के संतान के रूप में आया हूं. 25 साल बाद कोई प्रधानमंत्री यहां आया है. बिना पानी, बिना बरसात यहां के किसानों ने खेती कर के दिखाया. उन्होंने कहा कि यहां के किसान बेहद विपरीत परिस्थिति में खेती करते हैं. गुजराती नहीं बोल रहा हूं क्योंकि देश को पता चलना चाहिए कि बनासकांठा में क्या हो रहा है.
उन्होंने कहा कि बनासकांठा में किसानों ने रेगिस्तान को सोना बनाया. बनासकांठा के किसान ने प्रगतिशील किसान के रूप छवि छोड़ी है. बनासकांठा ने आलू का उत्पादन का रिकार्ड बनाया है.
आज मुझे खुशी हुई कि बनासकांठा ने श्वेत क्रांति के साथ साथ स्वीट क्रांति का बिगुल बजाया है. बनासकांठा अब मधु क्रांति के लिए जाना जाता है. मुझे पूरा विश्वास है कि गुजरात के खेतों में दूध के साथ -साथ मधु का भी उत्पादन होगा.