नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की 100 वीं वर्षगांठ को संबोधित करते हुए कहा कि जो देश का है वो हर देशवासी का है और इसका लाभ हर देशवासी को मिलना ही चाहिए। हमारी सरकार इसी भावना के साथ काम कर रही है। उन्होंने बल देते यूनिवर्सिटी के संस्थापक सर सैयद अहमद के कथन सभी को शिक्षा मुहैया कराने की याद दिलाई। उनका कहना था कि केंद्र सरकार की योजनाओं के कारण आज देश मे मुस्लिम लड़कियों का स्कूल से ड्राप आउट रेट 70 प्रतिशत से घट कर केवल 30 प्रतिशत रह गई है।
पीएम ने कहा कि आ अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के लाखों छात्र देश और दुनिया में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। देश के निर्माण में भी शिक्षा के योगदान की दृष्टि से इस यूनिवर्सिटी का अहम स्थान है । बीते 100 वर्षों में AMU ने दुनिया के कई देशों से भारत के संबंधों को सशक्त करने का भी काम किया है।
उन्होंने कहा कि यहां उर्दू, अरबी और फारसी भाषा पर यहाँ जो रिसर्च होती है, इस्लामिक साहित्य पर जो रिसर्च होती है, वो समूचे इस्लामिक वर्ल्ड के साथ भारत के सांस्कृतिक रिश्तों को नई ऊर्जा देती है।
पीएम मोदी ने कहा कि अभी कोरोना के इस संकट के दौरान भी AMU ने जिस तरह समाज की मदद की, वो अभूतपूर्व है। हजारों लोगों का मुफ्त टेस्ट करवाना, आइसोलेशन वार्ड बनाना, प्लाज्मा बैंक बनाना और पीएम केयर फंड में बड़ी राशि का योगदान देना, समाज के प्रति आपके दायित्वों को पूरा करने की गंभीरता को दिखाता है।
केंद्र सरकार की योजनाओं की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश जो योजनाएँ बना रहा है वो बिना किसी मत मजहब के भेद के हर वर्ग तक पहुँच रही हैं।
बिना किसी भेदभाव, 40 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते खुले। बिना किसी भेदभाव, 2 करोड़ से ज्यादा गरीबों को पक्के घर दिए गए। बिना किसी भेदभाव 8 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को गैस मिला।
उनका कहना था कि बिना किसी भेदभाव आयुष्मान योजना के तहत 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज संभव हुआ।
शिक्षा जगत व चिकित्सा शिक्षा की दृष्टि से लिए गए निर्णयों व सुविधाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार higher education में number of enrollments बढ़ाने और सीटें बढ़ाने के लिए भी लगातार काम कर रही है। वर्ष 2014 में हमारे देश में 16 IITs थीं। आज 23 IITs हैं। वर्ष 2014 में हमारे देश में 9 IIITs थीं। आज 25 IIITs हैं। वर्ष 2014 में हमारे यहां 13 IIMs थे। आज 20 IIMs हैं।
उनका कहना था कि देश में बीते छह सालों मन Medical education को लेकर भी बहुत काम किया गया है। 6 साल पहले तक देश में सिर्फ 7 एम्स थे। आज देश में 22 एम्स हैं। शिक्षा चाहे Online हो या फिर Offline, सभी तक पहुंचे, बराबरी से पहुंचे, सभी का जीवन बदले, हम इसी लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति देश की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है इसके तहत अब विद्यार्थियों को कई विकल्प सामने होंगे और वह अपने भविष्य को संवारने के लिए अपनी रूचि के अनुसार कोशिश का चयन कर पाएंगे।