सुभाष चंद्र चौधरी
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देश में कोरोना संक्रमण के कारण 17 साल से कम उम्र के 1% कोरोना मरीजों की मौत हुई है। 18 से 25 साल की उम्र के 1% मरीजों की कोरोना से मौत हुई है। 26 से 44 साल की उम्र में 10% लोगों की मौत हुई है। 45 से 60 की उम्र के लोगों में 35% की मौत हुई है। 60 साल से ज्यादा की उम्र के लोगों में 53% मृत्युदर है।
देखें स्वास्थ्य सचिव ने क्या कहा ?
हालांकि ये आंकड़े प्रस्तुत करने के क्रम में स्वास्थ्य सचिव ने दावा किया कि केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की केंद्रित रणनीतियों और प्रभावी उपायों के फलस्वरूप, भारत ने प्रति मिलियन कम से कम मामलों, प्रति मिलियन कम से कम मौतों वाले देशों में अपनी वैश्विक स्थिति को बरकरार रखा है।
उनके अनुसार प्रति मिलियन मामलों का वैश्विक आंकड़ा 4,794 है, भारत में यह संख्या 5,199 है। ब्रिटेन, रूस, दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका और ब्राजील में यह अधिक है।
भारत में प्रति मिलियन मौतों के 79 मामले हैं, जबकि दुनिया का औसत 138 है।
उन्होंने कहा कि कुल परीक्षणों के मामले में, भारत शीर्ष देशों में से एक है। पिछले 24 घंटों में 10,73,014 परीक्षणों के साथ, परीक्षणों कीकुल संख्या 8.89करोड़ (8,89,45,107) है।
उनका कहना है कि परीक्षण की निरंतर उच्च संख्या ने प्रारंभिक पहचान और समय पर उपचार में सहायता प्रदान की है,जिससे अधिक लोग संक्रमण से मुक्त होते हैं और मृत्यु दर कम होती है।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस आदि जैसे उच्च आय वाले देशों के साथ भारत की तुलना करना अनुचित होगा, क्योंकि वे समान स्तर पर नहीं हैं। यह मुख्य रूप से इसकी जनसंख्या गति विज्ञान के कारण होता है, जिसके परिणामस्वरूप संसाधनों का एक विभाजित वितरण होता है। प्रति मिलियन डॉक्टरों और नर्सों की उपलब्धता जैसे मापदंडों के साथ ही स्वास्थ्य पर खर्च की जाने वाला जीडीपी का प्रतिशतजैसे अन्य मानकों के बारे में उच्च आय वाले देशों के साथ भारत की तुलना से एक असंतुलित विश्लेषण सामने आएगा। बड़े संदर्भ को देखते हुए, कोविड-19 के प्रबंधन में भारत की लक्षित रणनीतियों और पिछले कई महीनों में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रत्युत्तर के बल परइसके उत्ताहवर्धक परिणाम सामने आए हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत में संक्रमण के नए मामलों में लगातार कमी आ रही है। देश में पिछले 24 घंटों में 55,342 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
व्यापक/आक्रामक परीक्षण, शीघ्र ट्रैकिंग और निगरानी, अस्पताल में भर्ती और मानक उपचार प्रोटोकॉल का पालन करने की केंद्र की रणनीति के तहत राज्यों/संघ शासित प्रदेशों द्वारा सहयोगात्मक कार्रवाई के परिणामस्वरूप प्रतिदिन संक्रमण के नए मामलों में निरंतर कमी हो रही है, जिससे सार्वजनिक और निजी अस्पताल और होम आइसोलेशन के लिए चिकित्सा की एक मानकीकृत गुणवत्ता सुनिश्चित हुई है।
पिछले पांच हफ्तों से, औसत दैनिक नए मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। दैनिक नए मामलों का साप्ताहिक औसत सितंबर के दूसरे सप्ताह में 92,830 मामलों से घटकर अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में 70,114 मामले तक पहुंच गया।
भारत में लगातार संक्रमित मामलों में कमी दर्ज की जा रही है। वर्तमान में संक्रमित मामलों में देश के कुल संक्रमित मामलों का केवल 11.69 प्रतिशतमामले शेष बचे हैं, जो 8,38,729 है। संक्रमित मामले भी लगातार पांचवें दिन 9 लाख से कम पाए गए।
10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोविड-19 संक्रमण के नए मामलों के 76 प्रतिशतमामले पाए गए हैं। कर्नाटक ने सबसे अधिक नए मामलों की संख्या के साथ महाराष्ट्र को पीछे छोड़ दिया है। दोनों राज्यों में अभी भी 7,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। जिन राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं – वे हैं कर्नाटक, केरल, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़।
पिछले 24 घंटों में 77,760 मरीज संक्रमण से मुक्त हुए। इसके साथ ही संक्रमण से मुक्त हो चुके कुल मरीजों की संख्या 62 लाख (62,27,295) को पार कर गई है। राष्ट्रीय रिकवरी दर में निरंतर वृद्धि के साथ प्रतिदिन रिकवरी की उच्च संख्या का भी संकेत मिलता है, जो वर्तमान में 86.78 प्रतिशत है।
10 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में संक्रमण से मुक्त मरीजों के मामले 78 प्रतिशत हैं।
महाराष्ट्र में एक दिन में 15,000 से अधिक मरीज संक्रमण से मुक्त हो रहे हैं, इसके बाद 12,000 से अधिक ऐसे मामलों के साथ कर्नाटक का स्थान है।
कोविड-19 के कारण होने वाली मौतें लगातार पिछले दस दिनों से 1000 से कम रही हैं। पिछले 24 घंटों में मौतों के 706 मामले सामने आए हैं। इनमें से लगभग 79 प्रतिशत दसराज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों से हैं।
महाराष्ट्र से मौतों के 23 प्रतिशत से अधिक मामले (165 मौत) पाए गए हैं।