अंतिम संस्कार की रस्में शशिकला ने निभाई
जेल से वापस आने के बाद तबियत ख़राब रहने लगी
चेन्नई :जयललिता का पार्थिव शरीर मरीना बीच के एमजीआर मेमोरियल में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें उनकी अंतिम इच्छा के अनुरूप दफनाया गया. जयललिता के अंतिम संस्कार की रस्में शशिकला ने निभाई. अंतिम दर्शन करने वालों में केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू, राज्य के मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शामिल थे।
जयललिता को दफनाए जाने से पहले तमिलनाडु के राज्यपाल सी. विद्यासागर ने पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किए। कई दशक से राज्य की राजनीति का एक ध्रुव रहीं और गरीबों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू करने वाली लोकप्रिय नेता ‘अम्मा’ के निधन से प्रदेश की राजनीति में ऐसा रिक्त स्थान पैदा हो गया जिसे भरना बेहद मुश्किल है.
अपोलो अस्पताल ने एक वक्तव्य में बताया कि 68 वर्षीय जयललिता को रविवार की शाम गंभीर दिल का दौरा पड़ा था और सोमवार रात साढ़े ग्यारह बजे उनका निधन हो गया। उन्हें गत 22 सितंबर को अपोलो अस्पताल में बुखार और निर्जलीकरण की शिकायत के बाद भर्ती कराया था और उसके बाद वह कभी उबर नहीं सकीं।
स्वास्थ्य की समस्या को गोपनीय बनाए रखा
बताया जाता है कि पिछली बार सितंबर, 2014 में जब भ्रष्टाचार के मामले में जयललिता जेल गईं, तब से ही उनकी तबियत ख़राब रहने लगी थी . लेकिन अपने जीवन को बेहद गोपनीय बनाये रखने को लेकर वह हमेशा सतर्क रहती थीं. कभी किसी को भी इसमें दखल नहीं देने देती थीं. इस कारण उनकी बीमारी कभी भी प्रदेश में चर्चा का विषय नहीं बन सकी. न ही इसकी किसी को जानकारी मिल सकी .
डॉक्टरों से मिलने से मना कर दिया था
सूत्रों के अनुसार कर्नाटक जेल जाने के बाद जया की सेहत तेजी से गिरी. उस दौरान शुरुआत में उन्होंने डॉक्टरों से मिलने और अपने मेडिकल मामलों की जानकारी साझा करने से मना कर दिया था. लेकिन विश्वस्त सहयोगियों, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बेहद आग्रह पर ही उन्होंने बात मानी. जेल से लौटने के बाद विरोधियों ने उनके कम काम करने को लेकर भी सवाल उठाने शुरू कर दिए. दरअसल इस दौर में फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने खुद को बड़ी जिम्मेदारियों से दूर रखा. पूर्व चीफ सेक्रेट्री शीला बालाकृष्णन समेत अन्य विश्वस्त साथियों ने ही सरकार चलाने का जिम्मा संभाला.
अंतिम बार सार्वजनिक रूप से 20 सितंबर को उनको देखा गया. उस दिन केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और पोन राधाकृष्णन चेन्नई एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन की नई लाइन का अनावरण करने आए थे और उस दिन जया अपने दफ्तर से वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़ीं. उसके दो दिन बाद 22 सितंबर को उनको बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया