दिव्यांगों को नौकरियों में अब चार प्रतिशत आरक्षण : गुर्जर

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विश्वविकलांग दिवस एवं एआईसीबी कैप्टन चंदनलाल अंध विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर केन्द्रीय राज्यमंत्री गुर्जर ने किया एलान

गुरुग्राम : केन्द्रीय समाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा है कि जल्दी ही दिव्यांगों को सरकारी नौकरियों में तीन प्रतिशत की जगह चार प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। उन्होंने कहा कि कैबिनेट में यह प्रस्ताव पास हो चुका है। अगले सप्ताह ही बिल के रूप में संसद में पेश होगा।

अंध विद्यालय के बच्चों को स्मार्ट मोबाइल फोन 

विश्व विकलांग दिवस पर गुडग़ांव के बहरामपुर स्थित एआईसीबी कैप्टन चंदनलाल अंध विद्यालय के 21वें वार्षिकोत्सव में बोलते हुए केन्द्रीय राज्यमंत्री ने विद्यालय के हरेक विद्यार्थियों को मंत्रालय की तरफ से एक-एक स्मार्ट मोबाइल फोन और 11 लाख रुपए दिए जाने की घोषणा भी की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दिव्यांगों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं बना रही है। ऐसी कुछ योजनाएं भी है जो विशेष रूप से हरियाणा में तो आगामी कुछ दिनों में ही शुरू हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के लिए पहले सरकारी नौकरियों में तीन प्रतिशत आरक्षण होता था, लेकिन अब कैबिनेट ने फैसला लिया है कि यह आरक्षण एक प्रतिशत बढ़ाया जाएगा।

कैबिनेट में प्रस्ताव पास

कैबिनेट में प्रस्ताव पास हो चुका है और अगले सप्ताह इस प्रस्ताव को बिल के रूप में संसद में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चे किसी से भी कम नहीं हैं, इनकी प्रतिभा ने पैराओलम्पिक में दुनिया को दिखाया है कि उनमें कितना दम है। हरियाणा में दिव्यांगों को खेलों में बढ़ावा देने के लिए राशि में दो गुणा बढ़ोतरी करके मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने भी बता दिया कि प्रदेश ऐसे बच्चों को किसी भी हाल में पीछे नहीं रहने देगा। सिलवर मेडल लेकर आने वाली दीपा मलिक को चार करोड़ की राशि देना इसका उदाहरण है। विकलांगों को किसी दया की जरूरत नहीं है। उन्हें सनेह की जरूरत है।

122 बच्चों को स्मार्ट मोबाइल फोन

केन्द्र व राज्य सरकारें तेजी से इस काम में लगी है कि ऐसे लोगों को सक्षम बनाया जाए। कृष्ण पाल गुर्जर ने दिव्यांग बच्चों के कार्यक्रम की प्रस्तुति देखने के बाद स्कूल के सभी 122 बच्चों को स्मार्ट मोबाइल फोन उपलब्ध कराने की घोषणा करते हुए कहा कि इन बच्चों में विपरित परिस्थितियों में जीने का हौसला है। इनसे हमें प्ररेणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मोबाइल आज की जरूरत है और जरूरत की हर वस्तु इन बच्चों तक पहुंचाना सरकार की जिम्मेदारी है। मंत्री ने विद्यालय कमेटी के चेयरमैन प्रमोद राघव ,उपाध्यक्ष वंदना सब्बरवाल को विश्वास दिलाया कि दिव्यांगों व समाज की भलाई के लिए पहुंचने वाली हर योजनाओं में मंत्रालय उनके साथ खड़ा रहेगा।

कोर्निया अंधता मुक्त भारत अभियान

सह प्रांत प्रचारक विजय कुमार ने कहा कि दिव्यांगों को सक्षम बनाने के लिए देश के हर उस व्यक्ति को सामने आना होगा, जो देश या मानवता के लिए कुछ करना चाहते हैं। संघ के एक प्रकल्प (सक्षम) की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रकल्प के तहत देश भर में कोर्निया अंधता मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है। जिसका लक्ष्य है कि किसी को भी कोर्निया के कारण से अंधा नहीं रहने दिया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि देश के लोगों को भी इसके लिए आगे आना चाहिए और अपने-अपने साधनों का प्रयोग कर हर दिव्यांग को सक्षम बनाने में योगदान दें।

 

कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि के रूप में आरएसएस के सह प्रांत संघ चालक पवन जिंदल, विशिष्ट अतिथि विधायक तेजपाल तंवर, विद्यालय कमेटी के चेयरमैन प्रमोद राघव, जिला परिषद के चेयरमैन कल्याण सिंह चौहान, डीसी टीएल सत्यप्रकाश, उद्योगपति विनोद मित्तल, जिला कार्यवाह विजय कुमार सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। प्रमोद राघव ने विद्यालय में आने वाले गणमान्य लोगों का स्वागत किया और उनसे अपील की कि वे भी ऐसे दिव्यांगों के लिए आगे बढ़ें और उनको सक्षम बनाने में मदद करें।

 अति बोने लोग भी दिव्यांगों में शामिल

बहरामपुर स्थित अंध विद्यालय में बोलते हुए केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने जल्दी ही सरकार की तरफ से किए जाने वाले एक और फैसलें का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि अब तक विकलांगों (दिव्यांगों) की मात्र सात कटेगरी होती थी। जिसके कारण अनेक ऐसे लोगों को वह हक नहीं मिल पाता था, जो उनको मिलना चाहिए। इसलिए अब केन्द्र सरकार ने 14 अन्य कटेगरी चिन्हित की है, जो दिव्यांगों में शामिल किए जाएंगे। पहले सात कटेगरी की जगह अब कुल 21 कटेगरी हुआ करेंगी। कैबिनेट मीटिंग का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले ही इस पर कैबिनेट की मीटिंग हो चुकी है, जल्दी ही यह प्रस्ताव भी संसद के पटल पर रखा जाएगा।

दिव्यांग बच्चों ने पढ़ी सरपट किताबें 

अंध विद्यालय के बच्चों के पास जब मंत्री सहित गणमान्य व्यक्ति पहुंचे तो उन्होंने अपनी क्षमताओं का इस तरह परिचय दिया कि मंत्री सहित सभी ने दांतों तले उंगली दबा ली। सबसे पहले जब कृष्णपाल गुर्जर को चेयरमैन प्रमोद राघव व स्कूल प्रिंसिपल बच्चों की क्लास में लेकर पहुंचे तो यहां बच्चों ने अपने द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी दिखाई। जिसमें कंप्यूटर चलाने में दक्षता, सरपट हिंदी व अंगेजी पढऩे के अलावा दुनियां के मानचित्र पर हाथ लगा कर किसी भी देश का नाम बताना शामिल था। इसके बाद मंच पर भी गजल, भजन व नाटक से दिव्यांग बच्चों ने सामने बैठे लोगों का मन मोह लिया।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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