लखनऊ, 07 मई । यूपी के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने कहा है कि प्रवासी श्रमिकों को क्वारंटीन के बाद रोजगार उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए। चिकित्सा परीक्षण के समय ही श्रमिकों के कौशल की मैपिंग की जाए, जिससे उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने में आसानी होगी।
मुख्य सचिव ने गुरुवार को मंडलायुक्त, डीएम व पुलिस अधिकारियों को भेजे निर्देश में कहा है कि अन्य राज्यों से वापस आ रहे श्रमिकों का चिकित्सकीय परीक्षण कराकर क्वारंटीन में रखा जाएगा।
श्रमिकों के कौशल की मैपिंग भी चिकित्सकीय परीक्षण के समय या क्वारंटीन अवधि के दौरान ही कराया जाएगा। क्वारंटीन पूरा होने के बाद उनकी दक्षता के अनुसार विभिन्न योजनाओं- एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी), राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम), राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम), मनरेगा, गोवंश संरक्षण केंद्र, राष्ट्रीय बागवानी मिशन (एनएचएम) और निर्माण कार्यों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।
उन्होंने कहा कहा कि कोविड-19 की रोकथाम, उपचार व उससे बचाव के लिए चिकित्सा विभाग के अलावा अन्य विभागों के भी कार्मिक जो फील्ड व सार्वजनिक स्थानों पर ड्यूटी में लगे हुए हैं, उन्हें पर्याप्त सुरक्षा उपकरण जैसे कि हाथ के दस्ताने, मास्क आदि अन्य आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराए जाएं। ड्यूटी में लगे सभी कर्मियों में संक्रमण की आशंका सदैव बनी रहती इसलिए आवश्यक उपकरण कर्मियों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराया जाए।