नई दिल्ली : आयुष मंत्रालय ने कोविड-19 से बचाव या रोकथाम और नैदानिक प्रबंधन में आयुष के ठोस उपायों/दवाओं के प्रभावों के आकलन हेतु अल्पकालिक अनुसंधान परियोजनाओं में आवश्यक सहयोग देने की घोषणा की है। इस क्षेत्र में रिसर्च करने की क्षमता रखने वाले इच्छुक आयुष अस्पतालों व संस्थानों को10 लाख रूपये की वित्तीय सहायता दी जायेगी.
कोविड-19 मामलों से निपटने में जुटे अस्पतालों/संस्थानों को इस योजना में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है, जो बाह्य (यानी, आयुष मंत्रालय के प्रतिष्ठान से बाहर के संस्थानों के लिए) अनुसंधान श्रेणी के अंतर्गत आते हैं। प्रस्ताव ‘सार्स-सीओवी-2’ संक्रमण और कोविड-19 रोग से बचाव या रोकथाम और नैदानिक प्रबंधन में आयुष के ठोस उपायों/दवाओं की भूमिका तथा प्रभावों के आकलन से संबंधित होने चाहिए।
संस्थागत आचार समिति (आईईसी) से मंजूरी प्राप्त अधिकतम छह माह की अवधि वाले परियोजना प्रस्तावों पर 10 लाख रुपये तक की सहायता देने के लिए विचार किया जाएगा, ताकि आयुष चिकित्सकों, तकनीकी श्रमबल की सेवाएं लेने, प्रयोगशाला में जांच और संबंधित आकस्मिक जरूरतों पर आने वाले खर्च को पूरा किया जा सके।
पात्रता मानदंड, आवेदन जमा करने की विधि, आवेदन पत्र सहित विवरण आयुष मंत्रालय की वेबसाइट अर्थात ayush.gov.in पर अपलोड कर दिए गए हैं। वेबपेज का लिंक यह है: https://main.ayush.gov.in/event/mechanism-support-short-term-research-projects-evaluating-impact-ayush-interventions-cum.
आवेदन पत्र केवल ईमेल के माध्यम से ही प्राप्त किए जाएंगे और इसका एड्रेस यह है: [email protected].
आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 1 मई, 2020 है।