वीर फंड में 250 करोड़ आये : शहीदों के परिवारों को क्यों मिले पैसे ?
नई दिल्ली । कांग्रेस पार्ट्री ने पुलवामा हमले की बरसी के मौके पर भाजपा नीत केंद्र सरकार की तीव्र आलोचना की. पार्टी के प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने इस हमले के लिए केंद्र सरकार में अब तक जिम्मेदारी तह नहीं किये जाने का सवाल उठाया. उन्होंने देश के शहीद परिवारों के लिए गठित वीर फंड की गड़बड़ियों का मुद्दा भी यह कहते हुए उठाया कि पुलवामा के शहीद परिवारों को अब तक एक रूपये भी इससे नहीं दिया गया.
श्री शेरगिल ने कहा कि आज पुलवामा हमले को हुए 1 वर्ष हो गया है. हमारी पार्टी ने दो बुनियादी प्रश्न उठाए। पहला प्रश्न, कि किस प्रकार बड़े पैमाने पर और इतना बड़ा इंटेलिजेंस फैलियर हो गया इस देश में जिसकी जवाबदेही और जिम्मेदारी अभी तक केंद्रीय सरकार पर तय नहीं हो सकी । दूसरा विषय उठाया था कि भारतीय जनता पार्टी केवल सैनिकों की शौर्यता और बलिदान का उपयोग करना जानती है। भाजपा की यूज एंड थ्रो पॉलिसी है और आज देश के शहीद के परिवार 1 साल बाद भी मदद की गुहार लगा रहे हैं, पर इस गूंगी बहरी सरकार पर उसका कोई असर नहीं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जैसा कि उम्मीद थी इस गूंगी बहरी सरकार से जिसे जवाबदेही और जिम्मेदारी से चिढ़ है कि देशवासियों के प्रश्न भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रश्नों का उत्तर, नहीं दिया. कोई जवाब नहीं दिया गया. उत्तर तो क्या आना था? एक बहुत ही दिल दहला देने वाला आत्मा को झकझोर देने वाला 1 सैनिकों के फंड से जुड़ा स्कैम देश के सामने रख रहा हूं।
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— Congress Live (@INCIndiaLive) February 14, 2020
कांग्रेस नेता ने कहा कि कहते हैं फौजी ही तो है देश की बुनियाद. उनको भी भाजपा के जुमलों से ठका जा रहा है। पुलवामा हमले से पहले भाजपा की केंद्रीय सरकार ने एक वीर फंड की स्थापना की थी, ताकि देश के जो बेटे देश की सेवा में शहीद हो जाते हैं उसका पैसा उनके परिवारों को दिया जाए ताकि उनके परिवार को किसी मुश्किल दौर या कठिन समय का सामना ना करना पड़े . उनके बलिदान की कोई कीमत नहीं हो सकती लेकिन यह फंड उनकी सहायता के लिए स्थापित किया गया था। पुलवामा की घटना के बाद देशवासियों ने देश प्रेम के लिए सुरक्षा के लिए जो मान और आदर है, जो सुरक्षाबलों के लिए देश का प्रेम है, उसके लिए भारत का वीर फंड में 12 गुना फंड बढ़ गया। पुलवामा हमले के बाद इस फंड में देशवासी पैसा डालते हैं सिपाहियों के लिए. उसमें 12 गुना बढ़ गया क्योंकि देशवासी इस बात को जानते हैं कि उन शहीद सैनिक के परिवारों को देशवासियों की सहायता की जरूरत है।
जयवीर शेरगिल ने दावा किया कि भारत के वीर फंड में तकरीबन ढाई सौ करोड रुपये 18 जुलाई 2019 तक था. इस फंड से सम्बंधित मीटिंग गृह मंत्री अमित शाह करते हैं और यह सीधा होम मिनिस्ट्री के अंदर आता है। देश के बेटे शहीद हुए उनके परिवारों के साथ जो वादा किया था किसी को 25 लाख और किसी को 50 लाख देने का वायदा किया गया था लेकिन आज तक 1रूपये भी उन परिवारों तक नहीं पहुंचा है. पहला उदाहरण संजू देवी का है जो 24 साल की विधवा है जिसके पास छोटे-छोटे बच्चे हैं। दूसरा उदाहरण कौशल कुमार रावत का है जिनकी पत्नी कह रही है चिता जलाने वक्त तो सब पहुंच गए थे फोटो सब ने खिंचवाए लेकिन 25 लाख और सरकारी नौकरी और जो मुआवजा मिलना था आज तक नहीं मिला. केवल एक ही 2 लोग नहीं अनेक ऐसे शहीद परिवारों के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने वादाखिलाफी की। हरियाणा के हरी सिंह, कौशल कुमार रावत और महेश यादव सभी के परिवारों के साथ यही व्यवहार हुआ है. इनके परिवार को भी जो सरकारी मुआवजा व नौकरी देने का वायदा किया था नहीं मिला।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि वीर फंड की ठगी करके भारतीय जनता पार्टी ने भारत के वीरों को ठगा है। भारत का वीर फंड का दुरुपयोग करके भारत के वीरों को सैनिकों के परिवारों को भारतीय जनता पार्टी ने अन्याय किया है. लोगों ने सेना के प्रेम में इस फंड में ढाई सौ करोड़ रुपया डाला तो उन 40 सैनिकों के परिवारों को अब तक एक रुपये भी क्यों नहीं मिला ?
भारतीय जनता पार्टी उत्तर दे. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य है मुनाफा मेरा नुकसान तुम्हारा।