लखनऊ, 14 फरवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकनिर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आलोक रमन को बर्खास्त करने के आदेश दिए हैं। उन पर 44 करोड़ रुपये के गबन का आरोप है। जांच में यह आरोप सही पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई है।
लोकनिर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आलोक रमन बस्ती में तैनात थे। इस दौरान उन्होंने 43 करोड़ 95 लाख 34606 रुपये का अधिक खर्च कर दिया था। अनाधिकृत रुप से खर्च को गंभीर वित्तीय अनियमितता मानते हुए शासन ने जांच कराई। जांच के बाद आरोपों को पूर्णतः सिद्ध पाया गया है। जांच अधिकारी की रिपोर्ट के बाद यह स्पष्ट हुआ कि अधिकारी द्वारा यह अनाधिकृत खर्च करने से इन्कार नहीं किया गया है।
जांच में सामने आया कि ऐसा निर्धारित व्यवस्थाओं के विपरीत किया गया, जो गंभीर वित्तीय अनियमितता है। लिहाजा, आलोक रमन तत्कालीन अधिशासी अभियन्ता प्रान्तीय खण्ड लोनिवि बस्ती द्वारा लगभग रुपये 43.95 करोड़ की शासकीय क्षति की गई। इसलिए उन्हें उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक ( अनुशासन एवं अपील ) नियमावली – 1999 के नियमों के अनुसार दीर्घ दंड देने का फैसला किया गया।
मुख्यमंत्री ने आलोक रमन को इसी नियमावली के तहत दीर्घ दंड देते हुए सेवा से पदच्युत करने की संस्तुति की है। इसके अलावा यह भी आदेश दिया है कि अगर इनके कृत्य से किसी प्रकार की शासकीय क्षति हुई हो तो उसकी वसूली भी की जाए।