चंडीगढ़, 28 जनवरी : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लड़कियों की शिक्षा व सुरक्षा पर अत्यधिक ध्यान दिया जा रहा है। पिछले पांच सालों में 31 महिला कॉलेज खोले गये हैं तथा जल्द ही नौ और नए महिला कालेज खोले जाएंगे। इन कालेजों तक छात्राओं के लिए 100 पिंक बसें चलाई गई हैं तथा 125 और मिनी बसें भी खरीदी जाएंगी। प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर 2 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं तथा अगले वित वर्ष में एक लाख और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री आज एनआईटी फरीदाबाद में स्थित के एल मेहता कालेज के गोल्डन जुबली समारोह व प्रेरणा दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने तथा ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए होने वाली परेशानी से बचाने के लिए 20 किलोमीटर की परिधि में कालेज खोलने का निर्णय लिया तथा इसके लिए 40 स्थान चिन्हित किए गए, जहां पर कालेज खोले जा रहे हैं, ताकि उच्च शिक्षा के लिए लड़कियों को 10 किलोमीटर से अधिक यात्रा न करनी पड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़कियों को कॉलेजों तक पहुंचने में होने वाली परेशानी से बचाने के लिए 181 रूटों पर महिला बस चलाने का निर्णय लिया गया है, जिसमें से 100 रूटों पर बसें चल रही हैं। महिला बसों में एक महिला पुलिस सिपाही की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रदेश में 34 महिला थाने खोले गये हैं तथा जल्द ही तीन और नये थाने खोले जाएंगेे। इसी प्रकार, प्रदेश में दो हजार महिला पुलिस सिपाहियों की भर्ती की गई है तथा पुलिस विभाग में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या 15 प्रतिशत तक करने का लक्ष्य रखा गया है। महिलाओं की सुरक्षा व अन्य आपराधिक घटनाओं पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि अपराध पर नियंत्रण लगाने के लिए सीसीटीवी सार्थक उपकरण है। इसका उपयोग सुरक्षा की दृष्टि से हर जरूरी स्थान पर किया जाएगा। सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर कड़ी निगरानी रख रही है। छात्राओं की सुरक्षा के लिए 300 बसों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि एक लडक़ी शिक्षित होने से कई परिवारों का भला होता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश में बिगड़ रहे लिंगानुपात को सुधारने के लिए ही जनवरी 2015 में पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत की थी। उस समय हरियाणा का लिंग अनुपात एक हजार लडक़ों के पीछे 871 लड़कियों का था। सरकार के प्रयास से लिंग अनुपात में काफी सुधार आया तथा अब यह 923 तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि लड़कियों से छेडख़ानी करने या कोई घिनौनी हरकत करने के लिए प्रदेश में सख्त कानून बनाया गया है। अगर 12 साल तक की बच्ची से रेप की पुष्टि होती है तो अपराधी को मृत्यु दंड देने का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि हमारे समाज में नारी को पूजनीय माना गया है। नारी को माता, बहन, बेटी व पत्नी के रूप में बहुत ही सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य के जीवन में ज्ञान व संस्कार बहुत जरूरी है। महर्षि दयानंद की सोच के अनरूप महर्षि दयानंद शिक्षण संस्था फरीदाबाद में बेटियों की शिक्षा के लिए बहुत अच्छा कार्य कर रही है। इस शिक्षण स्ंस्था में इस समय चार हजार 500 छात्राएं पढ़ रही हैं तथा अब तक इस संस्था से एक लाख से अधिक छात्राएं शिक्षित होकर समाज हित में कार्य कर रही हैं। आज समाज में बेटियां हर क्षेत्र जैसे शिक्षा, शासन, प्रशासन, राजनिति, खेल में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने संस्था को 31 लाख रूपए का अनुदान देने की भी घोषणा की और एनआरआई दिगम्बर नासवा की पुस्तक का भी विमोचन किया।
कार्यक्रम में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि के.एल.मेहता गल्र्स कॉलेज बेटियों को शिक्षित करने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। सरकार ने बल्लबगढ़ में भी महिला कालेज बनाया है, जिससे हजारों लड़कियों को फायदा मिलेगा। इसी प्रकार, बल्लबगढ़ में 2 करोड़ रूपए की लागत से रानी की छतरी का सौंदर्यकरण का कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर बडख़ल की विधायक सीमा त्रिखा ने भी अपने विचार रखे।
महर्षि दयानंद शिक्षण संस्था के अध्यक्ष आनंद मेहता ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा संस्था की ओर से संचालित गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।