डिंगरहेड़ी कांड को लेकर आर-पार की लड़ाई का ऐलान

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निर्दोष लोगों की रिहाई को लेकर 20 को होगी पहापंचायत

पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई पर असंतोष जताया

गुरूग्राम। मेवात जिले के डिंगरहेड़ी गांव में पिछले दिनों हुए गैंग रेप व दंपत्ति की हत्या के मामले को लेकर बीएसपी नेता धर्मपाल पहलवान राठी के कोटा, तावड़ू स्थित कार्यालय में एक पंचायत बुलाई गई। पंचायत में मौजूद लोगों ने इस मामले में पुलिस-प्रशासन की अब तक की कार्रवाई पर असंतोष जताया तथा कहा कि पुलिस ने इस मामले में जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया है वो पूरी तरह से निर्दोष हैं। पंचायत में पुलिस-प्रशासन के खिलाफ आगामी 20 नवम्बर को तावड़ू के अनाजमंडी में एक महापंचायत बुलाने का निर्णय लिया गया।

 

इस पंचायत में दोनों पक्षों को आमंत्रित किया गया था परंतु पीडि़त पक्ष की ओर से तीन-चार लोग ही पहुंच पाए। पंचायत में मौजूद सभी लोगों का यह मानना था कि उक्त घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। परंतु इस मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वे पूरी तरह से निर्दोष हैं। पुलिस अभी तक असली मुजरिम तक नहीं पहुंच पाई है। इस पंचायत में ग्रामीणों ने यह स्पष्ट कह दिया कि अगर कार्रवाई के नाम पर पकड़े गए निर्दोष लोगों को पुलिस रिहा नहीं करती है तो इसके खिलाफ 20 नवम्बर को होने वाले महापंचायत में आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया जाएगा।

पंचायत में तावड़ू के 84 गांव के सरपंच शामिल 

पंचायत में तावड़ू के 84 गांव के सरपंचों व ग्रामीणों ने हिस्सा लिया। इस पंचायत की अध्यक्षता धर्मपाल पहलवान राठी कर रहे थे जबकि पंचायत में सत्ते पहलवान, रोहतास चेयरमैन, नरेन्द्र टोकस, राजबीर सरपंच, बाघनकी, सवाई चेयरमैन, तावड़ू, रत्ती खां, सरपंच, तारे खां, सरपंच, मुकेश सरपंच, मोहम्मदपुर, ओमी सरपंच, मोहम्मदपुर, रोहतास सरपंच, डॉ गजराज, मोहम्मदपुर, दयाराम नम्बरदार, सराय, सोमल सरपंच, विसर, सत्ते सरपंच कोटा, बल्लू प्रधान, सिकोपुर, हंसराज सरपंच, मोहम्मदपुर, गुरूदत्त महासचिव, शिकोपुर, जय भगवान सरपंच, हसनपुर आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।

डिंगरहेरी की घटना शर्मसार करने वाली 

पंचायत के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए धर्मपाल राठी ने बताया कि डिंगरहेरी की घटना वाकई शर्मसार कर देने वाली है और इस घटना में शामिल लोगों को फांसी पर चढ़ा देना चाहिए परंतु पुलिस कार्रवाई के नाम पर निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर लेना कहीं से भी उचित नहीं है। पुलिस अविलंब गिरफ्तार किए गए निर्दोष लोगों को छोड़े और असली मुजरिम को गिरफ्तार कर सजा दिलवाए। उन्होंने कहा कि पुलिस ग्रामीणों की बात सुनने को तैयार नहीं है जिसका परिणाम गंभीर होगा।

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