अलीगढ़। अयोध्या मामले में निकट भविष्य में उच्चतम न्यायालय का फैसला आने की सम्भावनाओं के बीच अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) प्रशासन ने समाज के विभिन्न वर्गों को सलाह दी है कि वे सोशल मीडिया पर फैलायी जाने वाली अफवाहों और झूठी खबरों से होशियार रहें।
एएमयू के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने सोमवार को समाज के विभिन्न वर्गों को लिखे एक ‘खुले पत्र’ में आग्रह किया कि वे सोशल मीडिया के जरिये उड़ायी जाने वाली अफवाहों और झूठी खबरों से सावधान रहें। साथ ही जाने—अनजाने ऐसी गतिविधियों से भी दूर रहें जिनसे शहर और देश का माहौल खराब हो।
उन्होंने बेहद भावुक अपील करते हुए कहा कि दुनिया हमारा आकलन इस बात से करेगी कि हम अयोध्या मामले में न्यायालय के फैसले पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं। हमें हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी अदालत के फैसले को पूरी परिपक्वता के साथ स्वीकार करना होगा, ताकि दुनिया को पता चले कि हम वाकई एक जिम्मेदार समाज का हिस्सा हैं।
कुलपति ने परिसर के हालात का जायजा लेने और सभी एहतियाती सुरक्षा उपायों पर विचार के लिये आज विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों की बैठक बुलायी है।
एएमयू में करीब 30 हजार विद्यार्थी पढ़ते हैं। इनमें से ज्यादातर विश्वविद्यालय परिसर में ही बने विभिन्न छात्रावासों में रहते हैं।