चंडीगढ : हरियाणा शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने कहा कि वर्ष 2020 में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रदेश के दो शहरों को देश के सर्वश्रेष्ठ 20 शहरों में शामिल कराने, 2 शहरों को 21 से 50 शहरों की श्रेणी में तथा 3 शहरों को 51 से 100 शहरों की श्रेणी में लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इसके लिए एक विशेष कार्य योजना तैयार की गई है।
शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए श्रीमती जैन ने प्रदेश के शहरी क्षेत्रों को वर्ष 2020 में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए न केवल लक्ष्य निर्धारित किए, अपितु इसके लिए विशेष कार्य योजना बनाने के साथ-साथ आमजन की दैनिक आदत में स्वच्छता को शुमार करने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए।
श्रीमती जैन ने शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण, विभाग के महानिदेशक समीर पाल सरो, मुख्यालय संयुक्त निदेशक मिनाक्षी राज, नगर निगम सोनीपत के संयुक्त आयुक्त शंभु राठी समेत संबधित अधिकारियों के साथ प्रदेश की सभी नगर पालिका, नगर परिषद एवं नगर निगमों के दायरे में स्वच्छता को बरकरार रखने तथा इस दिशा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए विचार विमर्श किया।
श्रीमती जैन ने स्वर्ण जयंती स्वच्छता शहरी पुरस्कार योजना को गति प्रदान करने तथा प्रभावी तरीके से अंजाम देने के निर्देश दिए, जिसमें रिहायशी कल्याण संघ के साथ-साथ कर्मठ सफाई कर्मचारियों को पुरस्कृत कर उनका हौंसला बढ़ाया जा सके। उन्होंने प्लास्टिक कचरा प्रबंधन को गंभीरता से लेते हुए कचरा उत्पादकों को चिन्हित करते हुए प्लास्टिक मैटेरियल के उपयोग को सीमित करने तथा इनके इस्तेमाल की बजाय वैकल्पिक व्यवस्था के प्रति आमजन की रूचि बढाने के निर्देश दिए। उन्होने पालिकाओं में सार्वजनिक शौचालयों की सफाई पर जोर देने के साथ-साथ 25 फीसदी शौचालयों से फीडबैक लेने की व्यवस्था की गई। उन्होंने माडल नगर योजना में शामिल रोहतक, पानीपत, पंचकूला, करनाल, जींद, फतेहाबाद, थानेसर के साथ-साथ अब सोनीपत को भी शामिल करने के लिए कहा।
विभाग के महानिदेशक समीर पाल सरो ने कहा कि कचरा प्रबंधन, स्वच्छता सर्वेक्षण से लेकर पर्यावरण जागरूकता को लेकर विभाग द्वारा योजना तैयार की गई है, जिसके तहत पूरे प्रदेश के शहरी क्षेत्र में अगले एक सप्ताह से एक विशेष अभियान चलाया जाएगा, ताकि सामाजिक, धार्मिक संगठनों के साथ-साथ प्रत्येक जन को कचरा निस्तारण के लिए जागरूक किया जाए और जनभागीदारी के साथ प्लास्टिक कचरा पर शिकंजा कसा जा सके।