जीएमडीए सीईओ ने की गुुरुग्राम में जलभराव से निबटने की कार्ययोजना की समीक्षा

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पंप सैटो की क्षमता 6 हजार लीटर से बढाकर 12 हजार प्रति मिनट करने का दावा

बादशाहपुर ड्रेन की पानी निकासी क्षमता हीरों होंडा चैक के पास 1200 क्यूसिक करने की तैयारी

अंडरपास में वर्षा पानी जाने से रोकने की व्यवस्था

गुरूग्राम। मास्टर स्टोर्म वाॅटर ड्रेनेज सिस्टम को लेकर आज गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी उमाशंकर की अध्यक्षता में काॅर्डिनेशन कमेटी की तीसरी बैठक आयोजित की गई जिसमें उमाशंकर ने अधिकारियों से कहा कि पिछली बार बारिश के मौसम में शहर के विभिन्न भागों में हुए जलभराव को देखते हुए इस बार ऐसी व्यवस्था करें कि उन स्थानों पर जलभराव ना हो तथा सड़कों पर पानी भरने के कारण यातायात आवागमन प्रभावित ना हो। उन्होंने समीक्षा के दौरान संबंधित विभागों के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जल भराव संभावित क्षेत्रों की एक ज्वायंट विजिट करें और यह सुनिश्चित करें कि पानी निकासी के पर्याप्त प्रबंध किए जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्र में ड्रेनों तथा नालियों की सफाई करवाना सुनिश्चित करें।

यह बैठक जीएमडीए के कमेटी रूम में आयोजित की गई थी। बैठक में उमाशंकर द्वारा बरसाती पानी की निकासी के लिए अब तक किए गए प्रबंधों की समीक्षा की गई। उन्होंने एनएचएआई, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, एचएसआईआईडीसी, सिंचाई, गुरूग्राम नगर निगम तथा जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभागों के अधिकारियों को प्रबंधों के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए हैं। उमाशंकर ने हीरो होंडा चैक से लेकर गुरूग्राम शहर के जल भराव वाले संभावित स्थलों के बारे में बैठक में संबंधित अधिकारियों से कार्य योजना के बारे में जानकारी ली और वहां पर पानी भरने से रोकने के लिए किए गए प्रबंधों पर चर्चा की।
बैठक में एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि हीरों होंडा चैक पर अंडरपास में जल भराव रोकने के लिए पंप सैटो की क्षमता 6 हजार लीटर प्रति मिनट से बढाकर 12 हजार प्रति मिनट किया जा रहा है और यह कार्य 15 मई तक कर दिया जाएगा। यह भी बताया गया कि बादशाहपुर ड्रेन की पानी निकासी क्षमता हीरों होंडा चैक के पास लगभग 1200 क्यूसिक कर दी गई है जोकि पिछली बार से अधिक है। इस बार इसमें बाॅक्स डेªन में पानी चलाया जाएगा और उसके उपर भी पाईप लगाकर पंप सैट की मदद से पानी निकासी के प्रबंध किए जाएंगे।

यही नहीं, एनएचएआई द्वारा हीरों होंडा चैक के अंडरपास में लगभग एक फुट ऊंचाई का हम्प अर्थात् बे्रकर नुमा आकार बनाया गया है ताकि पानी अंडरपास के अंदर वापिस बहकर ना जाए। यह भी बताया गया कि इस बार हीरों होंडा चैक पर लगाए गए पम्प सैटोें के स्वीच पैनल अंडर पास से बाहर लगाए गए हैं और पंप हाउस को जल्द ही एनएचएआई द्वारा जीएमडीए को सौंप दिया जाएगा। श्री उमाशंकर ने आदेश दिए कि बरसात के दिनों में इस पंप हाउस पर 24 घंटे माॅनिटरिंग के लिए ड्यूटी लगाई जाए ताकि जरूरत पड़ने पर पंप सैटों को चलाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि हीरो होंडा चैक क्षेत्र में जल भराव रोकने के लिए जहां-जहां अतिरिक्त पंप सैट लगाए जाने हैं, वे एनएचएआई के अधीन कार्यरत एमसीपीएल लगाए और इसकी पुष्टि 7 मई तक करे अन्यथा इस कार्य को जीएमडीए द्वारा करवाया जाएगा। बैठक में एनएचएआई के अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि अतिरिक्त पंप सैट आवश्यकता अनुसार लगवा दिए जाएंगे।

श्री उमाशंकर ने कहा कि सोहना रोड़, झाड़सा रोड़, सुभाष चैक से वाटिका चैक तक सर्फेस डेªनों को भी एनएचएआई साफ करवाए। बैठक में बताया गया कि 148 किलोमीटर लंबाई की सर्फेस ड्रेनों की सफाई जीएमडीए तथा नगर निगम द्वारा करवाई जाएगी। उन्होंने इफको चैक पर भी डेªनेज प्रणाली को दुरूस्त करने के आदेश दिए और कहा कि मई माह के अंत में पानी निकासी को लेकर माॅक ड्रिल भी की जाएगी। उन्होंने जल भराव की दृष्टि से क्रिटिकल जगहों पर चर्चा करते हुए कहा कि मारूति उद्योग के सामने, आईडीपीएल कैम्पस, सैक्टर-17/18 रोड़, सैक्टर-17सी मेेन गेट, सरहौल रोड़, ओल्ड दिल्ली रोड़ पर केंद्रीय विद्यालय के सामने, शीतला माता मंदिर से सीआरपीएफ चैक होते हुए मंदिर के मुख्य द्वार से शीतला काॅलोनी और पालम विहार रोड़, सैक्टर-31, सैक्टर-15, मेदांता के सामने, एआईटी चैक, सुभाष चैक से बादशाहपुर तक आदि जगहों पर जल भराव रोकने के प्रबंध किए जाएं। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर पानी सीवरेज लाईन में डालना संभव ना हो, उन स्थानों का पानी री-चार्ज पिट अथवा पार्कों में डालने की व्यवस्था करें ताकि वह पानी प्राकृतिक रिसाव से जमीन के अंदर चला जाए।
इस बैठक में जीएमडीए के अतिरिक्त सीईओ एम डी सिन्हा, नगर निगम के मुख्य अभियंता एन डी वशिष्ठ, जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता प्रदीप कुमार, एनएचएआई से आर एस यादव हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण से मेजर स्वेता, भूपसिंह, वाई एम मेहरा, एचएसआईआईडीसी के एजीएम अरूण कुमार गर्ग, सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता एसपी गर्ग सहित कई अधिकारीगण उपस्थित थे।

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