अहमदाबाद । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (17 जनवरी) अमदाबाद शॉपिंग फेस्टिवल के दरम्यान खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल से एक जैकेट खरीदी और इसके लिए डिजिटली (रुपे कार्ड से) पेमेंट किया। जैसे ही उनका यह वीडियो समाचार एजेंसी एएनआई ने ट्वीट किया लोगों ने उनका मजाक उड़ाना शुरू कर दिया।
कुछ यूजर्स ने जहां इसे पीएम मोदी का ड्रामा करार दिया, वहीं कुछ यूजर्स ने पीएम मोदी की इस बात के लिए तारीफ भी की है कि उन्होंने खादी ग्रामोद्योग को फिर से जीवित किया है। बता दें कि पीएम वाइब्रैंट गुजरात समिट में शामिल होने के लिए तीन दिनों के दौरे पर गुजरात आए हुए हैं।
बता दें कि कांग्रेस प्रधानमंत्री पर महंगे कपड़े पहनने के आरोप लगाती रही है और सूट-बूट की सरकार कह कर केंद्र पर निशाना साधाती रही है। प्रधानमंत्री के सूट पर तब विवाद हुआ था जब बराक ओबामा अमेरिका के राष्ट्रपति थे और भारत आए थे। उनसे मुलाकात के दौरान नरेंद्र मोदी ने ऐसेे कपड़े का सूट पहना था, जिस पर उनके नाम की धारियां लिखी थीं। बाद में यह सूट नीलाम कर दिया गया था। एक कारोबारी ने कई करोड़ रुपए देकर इसे खरीदा था।
उल्लेखनीय है कि वाइब्रेंट गुजरात समिट’ के नौवें संस्करण का शुभारंभ कल गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर प्रदर्शनी सह सम्मेलन केन्द्र में होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। इस शिखर सम्मेलन का लक्ष्य गुजरात में निवेश आकर्षित करने की गति को और तेज करना है।
‘वाइब्रेंट गुजरात समिट’ का आयोजन 18-20 जनवरी, 2019 के दौरान किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस शिखर सम्मेलन के शुभारंभ से पहले आयोजित प्रमुख कार्यक्रम ‘ग्लोबल ट्रेड शो’ का उद्घाटन आज गांधीनगर स्थित प्रदर्शनी केन्द्र में किया। प्रधानमंत्री ने विभिन्न पवेलियनों का अवलोकन किया और इसरो, डीआरडीओ, खादी इत्यादि के स्टॉल में विशेष रुचि दिखाई और इसके साथ ही इस अवसर पर एक उपयुक्त टैगलाइन ‘चरखे से चंद्रयान तक’ के साथ मेक इन इंडिया संबंधी उनके अभिनव दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया गया। प्रधानमंत्री के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।‘ग्लोबल ट्रेड शो’ का आयोजन 2,00,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में किया गया है। इस दौरान 25 से भी अधिक औद्योगिक और व्यवसायिक सेक्टर एक ही स्थान पर अपने-अपने अनूठे विचारों या आइडिया, उत्पादों और डिजाइनों को दर्शा रहे हैं।
शिखर सम्मेलन के साथ-साथ अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। आज एक प्रमुख आकर्षण ‘अहमदाबाद शॉपिंग फेस्टिवल 2019’ भी है जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री आज शाम करेंगे। प्रधानमंत्री इस अवसर पर ‘वाइब्रेंट गुजरात अहमदाबाद शॉपिंग फेस्टिवल’ के शुभंकर का अनावरण करेंगे। ‘अहमदाबाद शॉपिंग फेस्टिवल 2019’ भारत में अपनी तरह का पहला आयोजन है और यह शहर के उद्यमों को अपने-अपने उत्पादों को दर्शाने का बेहतरीन अवसर सुलभ करा रहा है।
वाइब्रेंट गुजरात समिट के हिस्से के रूप में कई प्रमुख कार्यक्रमों के आयोजन के अलावा इस शिखर सम्मेलन का नौवां संस्करण अनेक पूर्णरूपेण नए मंचों (फोरम) के शुभारंभ का भी साक्षी बनेगा जिनका उद्देश्य इस शिखर सम्मेलन के दौरान ज्ञान साझा करने के स्वरूप में विविधता लाना और प्रतिभागियों के बीच नेटवर्किंग के स्तर को बढ़ाना है।
पृष्ठभूमि :
‘वाइब्रेंट गुजरात समिट’ की परिकल्पना वर्ष 2003 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई थी जो उस समय गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री थे। इस शिखर सम्मेलन के आयोजन का मुख्य उद्देश्य गुजरात को फिर से एक पसंदीदा निवेश गंतव्य या राज्य के रूप में स्थापित करना था। यह शिखर सम्मेलन वैश्विक सामाजिक-आर्थिक विकास, ज्ञान साझा करने और प्रभावकारी साझेदारियां करने से जुड़े एजेंडे पर विचार मंथन करने के लिए एक उपयुक्त प्लेटफॉर्म सुलभ कराएगा।
वाइब्रेंट गुजरात समिट 2019 की प्रमुख बातें निम्नलिखित हैं:
भारत में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) से जुड़ी शिक्षा एवं शोध में उपलब्ध अवसरों पर गोलमेज बैठक आयोजित की जाएगी।‘भारत में स्टेम शिक्षा एवं शोध में उपलब्ध अवसरों के लिए रोडमैप’ तैयार करने के उद्देश्य से इस गोलमेज बैठक में प्रख्यात शिक्षाविद एवं महत्वपूर्ण नीति-निर्माता शिरकत करेंगे।
विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
अत्याधुनिक अथवा भविष्यवादी प्रौद्योगिकियों और अंतरिक्ष अन्वेषण पर प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी जो अंतरिक्ष यात्रा के भविष्य के बारे में उपयुक्त विजन प्रस्तुत करेगी।
भारत को एशिया के वाहनांतरण (ट्रांस-शिपमेंट) हब के रूप में स्थापित करने के लिए बंदरगाह आधारित विकास और रणनीतियों पर संगोष्ठी आयोजित की जाएगी।
‘मेक इन इंडिया’ से जुड़े कार्यक्रम और सरकार के महत्वपूर्ण उपायों या कदमों से मिली सफलता की गाथाओं को प्रदर्शित करने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ पर संगोष्ठी आयोजित की जाएगी।
रक्षा और एयरोस्पेस में उद्योग के लिए उपलब्ध अवसरों पर संगोष्ठी आयोजित की जाएगी, ताकि गुजरात में रक्षा और वैमानिकी में उपलब्ध अवसरों के प्रति प्रतिभागियों को संवेदनशील बनाया जा सके और इसके साथ ही रक्षा एवं वैमानिकी के क्षेत्र में एक विनिर्माण केन्द्र (हब) के रूप में भारत और गुजरात के उभरने से जुड़ी आगे की राह पर विचार-विमर्श किया जा सके।
वर्ष 2003 में अपनी शुरुआत से ही लेकर वाइब्रेंट गुजरात समिट ने एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाई है जिसकी बदौलत कई अन्य राज्य भी अपने यहां व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस तरह के शिखर सम्मेलनों के आयोजन के लिए प्रेरित हुए।
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