वी उमाशंकर को नियुक्त करना सकारात्मक संकेत
गुरुग्राम : केंद्रीय आवास, विकास एवं गरीबी उन्नमूलन मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने आज हरियाणा स्वर्ण जयंती उत्सव के आयोजन स्थल सैक्टर-38 स्थित ताऊ देवीलाल खेल परिसर का निरीक्षण किया और अब तक की गई तैयारियों पर संतोष जताया। आयोजन स्थल पर मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि खुशी की बात है कि राज्य सरकार ने गुरुग्राम विकास प्राधिकरण अर्थात जीडीए के गठन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए वरिष्ठ आइएएस अधिकारी वी उमाशंकर को नियुक्त किया है। उन्होंने कहा कि वे केवल इतना चाहते है कि अन्य प्राधिकरणों की तरह जीडीए को इस शहर की प्लानिंग और सीएलयू जारी करने का अधिकार होना चाहिए। जीडीए पूरी तरह से शहर का विकास करने के लिए सक्षम हो।
समारोह की तैयारियों पर संतोष जताया
स्वर्ण जयंती उत्सव के उद्घाटन समारोह की तैयारियों के संबध में पूछे गए सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने तैयारियों की समीक्षा की है और उसके उपरांत उन्हें लगा है कि तैयारियां पूरी तसल्ली से की जा रही है। उन्होंने कहा कि आज छोटी दिपावली होने के बावजूद भी उन्हें अपेक्षा से ज्यादा लोग तैयारियों में लगे हुए मिले है। अधिकतर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है।
अपेक्षाओं के अनुरूप
इस आधार पर वे यह कह सकते है कि 31 अक्टूबर को होने वाली फुल ड्रैस रिर्हसल बिना किसी विघ्न के संपन्न होगी और 1 नवंबर को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में जो लोग आएंगे, उन्हें तैयारियां और प्रबंध उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप मिलेंगे। राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि यह उद्घाटन समारोह बिलकुल भिन्न प्रकार का है और तैयारियों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह अनूठा भी होगा। आज तक ऐसा कार्यक्रम हरियाणा प्रदेश में कभी आयोजित नहीं हुआ होगा, इतना भव्य होगा यह समारोह।
अतीत को भूल कर उन्नति संभव नहीं
एक अन्य सवाल के जवाब में राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि जब 1 नवंबर 1966 को हरियाणा अलग प्रांत के रूप में अस्तित्व में आया था उस समय यह कयास लगाएं जा रहे थे कि यह राज्य कामयाब नहीं होगा। लेकिन उन कयासों के विपरीत हरियाणावासियों की मेहनत के बल पर इस प्रदेश ने दिन दोगुनी रात चौगुनी उन्नति की . आज यह प्रदेश पंजाब को पीछे छोड़ केरल जैसे उन्नत राज्यों की बराबरी करने लगा है।
जब राव इंद्रजीत सिंह से पूछा गया कि विपक्षी पार्टियों के नेता गुडग़ांव का नाम बदलकर गुरुग्राम किए जाने की आलोचना कर रहे है और कह रहे है कि उनकी सरकार आएगी तो पुन: गुडग़ांव रख दिया जाएगा, तो उन्होंने कहा कि हम अपने इतिहास पर फख्र करते हैं. यह भूमि महाभारत काल के गुरू द्रोणाचार्य की कर्मस्थली रही है जिनके नाम पर इस जगह का नाम गुरुग्राम था, जो कालांतर में विकृत होकर गुडग़ांव बन गया। उन्होंने कहा कि हम अपने गौरवमयी इतिहास को भुलाकर उन्नति नहीं कर पाएंगे।
इस मौके पर उनके साथ गुरुग्राम के विधायक उमेश अग्रवाल और हरियाणा राज्य कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य हंसराज यादव, हुडा प्रशासक यशपाल यादव, पटौदी के एसडीएम रविंद्र यादव भी थे। गुरुग्राम के अतिरिक्त उपायुक्त एवं उद्घाटन समारोह की तैयारियों के ओवर ऑल इंचार्ज विनय प्रताप सिंह ने केंद्रीय मंत्री को तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया।