नई दिल्ली : राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को भले ही मात झेलनी पड़ी है, लेकिन वह अब उससे उबरकर लोकसभा चुनाव के लिए कमर कसने में जुटी है। हिंदी पट्टी की भरपाई पार्टी दक्षिण, पूर्व एवं पूर्वोत्तर राज्यों से करने की कोशिश में है। बीजेपी ने अब उन राज्यों पर फोकस करना शुरू कर दिया है, जहां उसने कभी जीत हासिल नहीं की है। इस मकसद से पीएम मोदी केरल, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में दो दर्जन से ज्यादा रैलियां करेंगे। इन इलाकों से लोकसभा की 122 सीटें आती हैं।
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को केंद्रीय पदाधिकारियों, राज्यों के चीफ और संगठन महासचिवों के साथ रणनीति तैयार करने के लिए मीटिंग की। इस बैठक में अमित शाह ने तीन राज्यों की हार को लेकर कहा कि इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। सूत्रों के मुताबिक शाह ने नेताओं से कहा कि इस संदेश का सम्मान करना चाहिए। यही नहीं शाह ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में पार्टी को मिले वोटों का जिक्र करते हुए कहा कि यह आंकड़ा बताता है कि लोगों का बीजेपी पर भरोसा बना हुआ है।
2019 के आम चुनाव से पहले पीएम मोदी एक बार फिर से 2013-14 वाले चुनावी मोड में आने की तैयारी में हैं। पार्टी सूत्रों ने कहा कि अगले सप्ताह की शुरुआत से पीएम मोदी उन इलाकों पर फोकस करना शुरू करेंगे, जहां बीजेपी ने कभी भी जीत हासिल नहीं की है। ये सीटें दक्षिण भारत (कर्नाटक से इतर), ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम एवं अन्य पूर्वोत्तर राज्यों की हैं।